अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत भागलपुर महानगर दक्षिण बिहार प्रांत की ओर से गुरुवार को टाउन हॉल में ग्राहक प्रबोधन कार्यक्रम हुआ. मुख्य अतिथि प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर थे. राज्यपाल ने कहा लोग ग्राहक के दायित्व से अनभिज्ञ हैं. ग्राहक का दायित्व जानना होगा. उपभोक्तावादी युग में मानवता का कोई स्थान नहीं है. ऐसे में ग्राहकों को साक्षर होने की जरूरत है.
आगे कहा कि विज्ञापन के जरिये लोगों को यह बताया जाता है कि ये लेने पर यह ऑफर है. एक बात छिपा ली जाती है कि क्या फायदा होगा या छूट किस चीज का और कैसे मिलेगा. यह छूट नहीं, बल्कि लूट है. कोई पता नहीं करता और खरीदने के लिए टूट पड़ते हैं. सामान खरीदकर घर में रख देते हैं. इसका इस्तेमाल हुआ या नहीं. यह भी पता नहीं होता. उन्होंने कहा कि ऋषि-मुनियों ने हमें संयम का सीख दिया है. जितनी जरूरत है, उतना ही उपभोग करें.ग्राहकों के लिए जागरूकता अहम है.
अतिथियों ने डॉ सुदर्शन रचित पुस्तक का किया विमोचन
इससे पहले अतिथियों ने भारत माता एवं स्वामी विवेकानंद के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित किया. डॉ सुदर्शन द्वारा रचित पुस्तक प्रबंधन निपुणता, सिद्धांत, प्रक्रिया और अभ्यास का विमोचन किया गया. ग्राहक प्रबोधन कार्यक्रम में प्रांत सचिव ओमप्रकाश ने कार्य विस्तार और स्थिति के बारे में चर्चा की. राष्ट्रीय सचिव अरुण देशपांडे ने संवाद समन्वय ग्राहक कल्याणम पर जोर दिया.नीरज कुमार ने संगठन मंत्र का मंत्रोच्चारण किया. डॉ सुदर्शन ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया. दीक्षा इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं साक्षी, नेहा, आयुषी, सिद्धि आदि ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया. इस मौके पर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जवाहरलाल, रजनी कुमारी, नीतीश, नीलराज, स्वीटी कुमारी ,राजीव शुक्ला आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है