भागलपुर: बिहपुर प्रखंड के झंडापुर में जहां प्रखंड कांग्रेस उपाध्यक्ष गौरव कुंवर सोमवार की सुबह जगे, तो अपने गार्डन में अपनी डॉगी लूसी को आवाज लगायी. डॉगी लूसी नहीं आयी, तो वे इधर उधर उसे देखने लगे. तभी उनकी नजर जमीन पर पड़ी लूसी पर पड़ी. वे अभी कुछ समझ पाते, तभी उनकी नजर वहीं पर बगल में एक लंबे विषैले गेंहुअन सांप पर पड़ी. लूसी भी मरी पड़ी थी और पास ही विषैला गेंहुअन सांप भी मरा पड़ा हुआ था. सांप के काटने से ही उनकी डॉगी लूसी भी दम तोड़ चुकी थी.
गौरव ने बताया कि लूसी उसके घर के सदस्य की तरह थी. डॉगी लूसी विषैले गेंहुअन सांप से लड़ी और इस दौरान सांप ने उसे कई बार डंसा. डॉगी लूसी ने भी सांप पर हमला किया. इस लड़ाई में डॉगी लूसी ने भी अपनी गंवा दी. लेकिन सांप को घर के अंदर नहीं घुसने दिया. वह आखिरी सांस तक सांप के साथ लड़ती रही.
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गौरव ने बताया कि वे वर्ष 2009 में लूसी को मुंबई से लेकर आये थे. पिछले 11 साल के दौरान लूसी उनके घर में परिवारिक सदस्य की तरह हो गयी थी. लूसी की मौत के बाद परिवारिक सदस्यों में मायूसी छायी है. घटना के बाद से लूसी को याद कर घर के लोग काफी उदास हैं.
दूसरी ओर घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग लूसी और मृत गेंहुअन को देखने दिनभर पहुंचते रहे. कोई लूसी की वफादारी के किस्से सुनाता, तो कोई उसके साहस की बात बता उसकी मौत पर अफसोस जता रहा. गौरव कुमार ने बताया कि लूसी ने अपनी जान की बाजी लगाकर गेंहुअन को घर में घुसने से रोक दिया. वरना इस जहरीले सांप के डंसने से घर के किसी भी सदस्य की जान जा सकती थी.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya