Bihar News Economic Corridor: भागलपुर ईसीएल राजमहल से आने वाले कोयला के रैक को नार्थ बिहार के किसी भी कोने तक पहुंचाने के लिए 1094 करोड़ से बनने वाले इकोनॉमिक-कॉरिडोर की फाइल केंद्रीय मंत्रिमंडल के पास भेज दी गयी है. केंद्रीय मंत्रिमंडल से पास होने के बाद योजना पर काम शुरू हो जायेगा. इसके पहले जमालपुर तक 53 किलोमीटर एरिया में तीसरी लाइन के लिए रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है. कुछ दिन पहले इस योजना के लिए बनी 1893 करोड़ की योजना को मंजूरी के लिए रेलवे बोर्ड के पास भेजा गया था लेकिन रेलवे बोर्ड की बैठक में यह कह कर वापस कर दिया था कि राशि को कम कर के स्टीमेट बनाया जाये. वापस करने के बाद भागलपुर ने फिर से स्टीमेट तैयार कर के योजना बनायी और उसे तैयार कर बोर्ड को भेजा था, बोर्ड ने इसे मंजूरी दे दी.
53 किलोमीटर तक बिछेगी तीसरी लाइन
ईसीएल राजमहल से आने वाले कोयले के रैक को उत्तर बिहार के किसी भी कोने तक पहुंचाने में काफी समय लगता है. सवारी ट्रेनों के लगातार आवागमन के कारण कोयले के रैक को कई स्टेशनों में रोका जाता है. भागलपुर से जमालपुर तक कोयले के रैक की आवाजाही के मद्देनजर इकोनॉमिक-कॉरिडोर के भागलपुर से जमालपुर तक 53 किलोमीटर एरिया में तीसरी लाइन बिछायी जायेगी. इसके लिए सर्वे का काम पहले चरण में ही पूरा कर लिया गया था. अभी मुंगेर के रास्ते कोयले का रैक जाता है. इस रेलखंड में अभी दो ही लाइन बिछी है. तीसरी लाइन होने से कोयला निर्बाध रूप से आने-जाने लगेगा. इससे रेलवे को राजस्व का फायदा होगा और समय पर कोयला जगह पर पहुंचेगा. इस योजना से रेलवे को काफी फायदा मिलेगा.
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क्या बोले डिप्टी चीफ इंजीनियर
कंस्ट्रक्शन पूर्व रेलवे भागलपुर के डिप्टी चीफ इंजीनियर हेमंत कुमार ने बताया कि 1094 करोड़ की लागत से इकोनॉमिक-कॉरिडोर बनाने की योजना को स्वीकृति के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल में फाइल चली गयी है. स्वीकृति मिलने के साथ ही योजना पर काम शुरू हो जायेगा. भागलपुर से जमालपुर तक 53 किमी एरिया में तीसरी लाइन के लिए रेलवे बोर्ड ने पहले ही मंजूरी दे दी है.
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