पीस सेंटर परिधि की ओर से शुक्रवार को कला केंद्र में क्रिसमस मिलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का संचालन करते राहुल ने कहा कि उत्सव हमें एक साथ लाता है, जोड़ता है और मानवता सिखाता है. इसलिये हम सब सामूहिक तौर पर होली, दिवाली, ईद और क्रिसमस जैसे त्योहार का आयोजन करते हैं. संस्कृति कर्मी उदय ने कहा कि हम अलग-अलग धर्म को मानने वाले लोग हैं, पर सभी धर्म में एक समान मान्यता है कि हम सब ईश्वर की संतान है. अर्थात हम सब भाई-बहन हैं. प्रशांत राणा ने कहा कि क्रिसमस को हम बड़ा दिन के नाम से भी जानते हैं. जबकि दिन के हिसाब से यह छोटा दिन होता है, परंतु हम इसे बड़ा दिन कहते हैं क्योंकि परमेश्वर ने मनुष्य को अच्छे रास्ते पर लाने के लिए अपने पुत्र यीशु मसीह को धरती पर भेजा. इसलिए इस दिन को हम बड़ा दिन कहते हैं. इप्टा के संजीव कुमार दीपू ने कहा कि प्रेम और सौहार्द को बढ़ाते हैं. पूर्व कुलपति डॉ फारूक अली ने कहा कि क्रिसमस का असली संदेश है कि हम दूसरों की गुनाह को माफ करें. आपके प्रति दूसरे की गलती माफ करना ही खुशहाल समाज बनाने का बीज तैयार करता है. देवाशीष बनर्जी ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि हम सब विभिन्न धर्मो के प्रमुख त्योहार का सामूहिक आयोजन करते हैं. शारदा श्रीवास्तव, वारिष्ठ सामाजकर्मी प्रकाश चंद्र गुप्ता, डॉ हबीब मुर्शिद खान ने भी संबोधित किया. क्रिसमस मिलन में प्रकाश चंद्र गुप्ता, एकराम हुसैन शाद, उदय, एनुल होदा, देवाशीष बनर्जी, अर्जुन शर्मा, संजीव कुमार दीपू, गौतम कुमार मल्लाह, मो बाकिर हुसैन, स्मिता, मैडम प्रोमिला साहिबी, सुभाष प्रसाद, संजय कुमार, चंदा देवी, उज्जवल कुमार घोष शारदा श्रीवास्तव, पूनम श्रीवास्तव, डॉ सुनील अग्रवाल, रेखा रमन, पिंकी मिश्रा, तरुण कुमार, मृदुला सिंह, जावेद अख्तर, निशा गुप्ता आदि शामिल हुए.
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