गंगा के जलस्तर में वृद्धि का दौर जारी है. जलस्तर मेें वृद्धि के साथ ही कटाव की गति रुक गयी है. प्रखंड के आधा दर्जन से ज्यादा पंचायत के दर्जन भर गांव में सैकड़ो घर बाढ़ के पानी से घिर गया है. लोग अपने घरों को छोड़ कर ऊंचे स्थानों में पलायन करने को फिर से विवश होने लगे हैं. सबसे ज्यादा खराब स्थिति बीरबन्ना पंचायत के अंठावन के ग्रामीणों की है. अंठावन गांव मेंं दो दर्जन घरों में पानी प्रवेश कर गया है. बीरबन्ना पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि संजय मंडल और पंचायत समिति सदस्य गंगाधर राज ने बताया दोबारा गंगा का पानी में तेज गति से हो रही वृद्धि से लोग अंतीचक, ओरियप पंचायत में ऊंचे स्थानों पर मवेशी लेकर पलायन करने लगे हैं. कहलगांव के अंचल प्रशासन की ओर से सामुदायिक किचन, खुले आसमान में बसर कर रहे लोगों के लिए प्लास्टिक, सूखा राहत भोजन आदि की व्यवस्था करने की मांग की है. कहलगांव में गंगा का जलस्तर लाल निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार प्रति घंटा एक सेंटीमीटर की बढ़त के साथ बुधवार की संध्या 6:00 बजे तक 31.34 मीटर पर जा पहुंचा था, जो खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा के जलस्तर में तेज गति से वृद्धि जारी रहने की संभावना व्यक्त की गयी है.
एसडीओ ने नवगछिया जेल का औचक निरीक्षण किया
एसडीओ ऋतुराज प्रताप सिंह ने मंगलवार को नवगछिया अनुमंडल उपकारा का औचक निरीक्षण किया, जिससे जेल अधिकारियों और कैदियों में हड़कंप मच गया. एसडीओ के साथ अनुमंडल दंडाधिकारी सुधीर कुमार व नवगछिया जेल अधीक्षक शालिनी मौजूद थी. निरीक्षण में जेल के विभिन्न वार्डों का जायजा लिया. कई दस्तावेज संधारण रखरखाव को देखा. निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई और भोजन की विशेष रूप से जांच की. एसडीओ ने जेल प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कैदियों को सही भोजन मिले और जेल परिसर में कोई आपत्तिजनक सामग्री उपयोग न हो. सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की कोताही न बरतने की सख्त हिदायत दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है