भागलपुर के बबरगंज थाना क्षेत्र के बागबाड़ी परिसर स्थित एसएफसी गोदाम में गत रविवार को नाइट गार्ड दिव्यांग राजकुमार की हत्या मामले में पुलिस अबतक हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. हालांकि पुलिस जांच में कई नये बिंदुओं का खुलासा हुआ है. पुलिस अभियुक्तों की गिरफ्तारी तक जांच में आये नये बिंदुओं को गुप्त रखना चाहती है. नाइट गार्ड हत्या मामले में मृतक के परिजनों ने मेठ शिव यादव और मेठ कुल्लो यादव से जोड़ कर चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है, जिसमें प्रमोद यादव, क्षणिक यादव, करकु यादव और जैकी यादव शामिल हैं.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मामले में पुलिस वर्तमान में दोनों ही बिंदुओं पर जांच कर रही है, जिसमें सोची समझी साजिश के तहत राजकुमार को नाइट गार्ड की ड्यूटी से हटाने को लेकर विवाद हो या हत्या के पीछे कोई तात्कालिक वजह बनी हो. पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि गोदाम में नाइट गार्ड की नौकरी करने वाले को रोजाना 16 रुपये मिलते हैं. मेठ को प्रत्येक बोरी पर 25 पैसे का कमिशन बंधा होता है. मुंशी सारे कामों की देखरेख करता है. जानकारी के अनुसार राजकुमार से पूर्व गोदाम में क्षणिक यादव नाइट गार्ड के पद पर प्रतिनियुक्त था. किसी वजह से उसे कुछ माह पूर्व ही हटा दिया गया था. जैकी यादव गोदाम में मुंशी का काम करता है. थानाध्यक्ष ने बताया कि जल्द ही पूरे मामले से पर्दा हटा हत्या में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर ली जायेगी. वर्तमान में चारों ही नामजद अभियुक्त फरार हैं.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya