जिले में शारदीय नवरात्र की चौथी पूजा पर मां दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा वैदिक व बांग्ला विधि-विधान से हुई. इस बार बंगाली समाज के पूजा स्थानों दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी, बरारी रिफ्यूजी कॉलोनी आदि में मंगलवार को पंचमी पूजा पर वेदी पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जायेगी. बंगाली पद्धति में रविवार और सोमवार को चौथी पूजा होगी.
रविवार को चौथी पूजा पर श्रद्धालुओं ने मां कुष्मांडा को पीले रंग का फूल, पीला वस्त्र, पीली चूड़ियां और पीली मिठाई अर्पित कर पूजा-अर्चना की. खासकर पीला कमल चढ़ाया गया. लाल रंग का फूल गुड़हल, लाल गुलाब आदि भी अर्पित किया. दुर्गा मां के इस रूप की आराधना कर आशीर्वाद लिया. मान्यता है कि सभी दुखों का नाश होता है. मां कुष्मांडा की मुस्कान की एक झलक ने पूरे ब्रह्मांड का निर्माण किया. इन्हें अष्टभुजा देवी के रूप में भी जाना जाता है.
भीखनपुर में हुई सामूहिक पूजा
भीखनपुर गुमटी नंबर एक स्थित एक अपार्टमेंट में सामूहिक रूप से चंडीपाठ किया गया. पंडित बालचंद्र झा ने पूजन कराया. विनोद कुमार, नीतू देवी, तान्या, सत्यम, निशा, हेमा, ओम व सोम ने हिस्सा लिया. यहां पिछले 10 साल से छोटी प्रतिमा स्थापित कर वैदिक विधि-विधान से पूजा होती है.रविवार को छुट्टी के दिन भी बाजार में खरीदारों की भीड़ उमड़ी. खासकर बड़े शोरूम व मार्केटिंग कॉम्पलेक्स में बच्चों व महिलाओं की भीड़ उमड़ी. इसके अलावा सराफा बाजार के ब्रांडेड शोरूम में महिलाओं ने आभूषण खरीदा, तो कॉस्मेटिक के लिए मारवाड़ी टोला लेन, सोनापट्टी, वेराइटी चौक में भीड़ उमड़ी.
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