ललित किशोर मिश्र, भागलपुर
Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव में भागलपुर जिले के मतदाता को जागरूक करने के लिए अजय अटल को जिला प्रशासन की ओर से जिला आइकॉन बनाया गया है. यह पहला लोकसभा चुनाव है जिसमें मतदाता को जागरूक करने के लिए जिला आइकॉन बनाया है. अजय जिले के हर विधानसभा के गांव व शहर में अकेले ही लोगों को एकत्र कर लोकसभा चुनाव में वोट देने के लिए जागरूक कर रहे हैं, खासकर 18 साल उम्र पूरा कर चुके युवा जो पहली बार अपने मत का प्रयोग करेंगे उनको विशेष रूप से जागरूक कर रहे हैं. इसके पहले 2019 के जिले के सभी विधानसभा चुनाव को लेकर जिला आइकॉन बनाया था.
सोशल साइट पर भी रील्स डालकर कर रहे हैं प्रचार
अजय अटल जिले के लोकसभा चुनाव में जागरूकता अभियान से लेकर सोशल साइट पर भी लोगों को वोट डालने व इस महापर्व में अवश्य मतदान करे इसका रील्स बनाकर उसे अपने फेसबुक साइट व जिला प्रशासन के स्वीप ग्रुप पर भी डालते हैं, ताकि इस ग्रुप से जुड़े प्रशासनिक पदाधिकारी भी इसे देख सके.
1988 से इसओर पूरी तरह कदम को रखा
अजय कुमार अटल ने बताया कि नुक्कड़ नाटक से लेकर नाटक के मंचन में भाग लेने की इच्छा बचपन से ही थी. उन्होंने कहा कि पांच साल की उम्र में श्रीकृष्ण क्लब बरारी के बैनर तले मजबूर इंसान नाटक में भाग लिया था. वो कहते हैं. अभी तक वो सात हजार से अधिक नुक्कड़ नाटक, नाटक, जागरूकता अभियान में भाग लिया. 1988 से वो इस फील्ड में पूरी तरह रम गये. उन्होंने कहा कि 2019 में विधानसभा चुनाव में भी जिला प्रशासन की ओर से मुझे जिला आइकॉन के रूप में चयन किया गया है, अब 2024 लोकसभा चुनाव के लिए जिला आइकॉन बनाया गया है. उन्होंने कहा कि मेरे सोशल साइट पर भी मतदाता जागरुकता के लिए रील्स डालता हूं. अजय अटल के नाम से सोशल साइट है.
अंग प्रदेश की विलुप्त होती लोक संस्कृति को लेकर नुक्कड़ नाटक
अजय अटल अंग प्रदेश की विलुप्त होती लोक संस्कृति को लेकर विशेष कर 1994 से लेकर 2024 तक देश के कई जगहों जैसे राजस्थान, शांति निकेतन, जय पुर ,नैनीतल, अलमोड़ा, देहरादून, दिल्ली सहित कई राज्यों अपनी टीम के साथ काम किया.
नुक्कड़ नाटक कर देश भक्ति की भावना जगाते हैं
कारगिल युद्ध के समय 1999 में श्री कृष्ण क्लब के बैनर तले लोगों में देश भक्ति की भावना जगाते हुए राष्ट्र चेतना रथ के साथ 14 सदस्यीय टीम का नेतृत्व का करते हुए भागलपुर से दिल्ली तक की यात्रा 21 दिनों पूरा करते हुए रास्ते में नुक्कड़ नाटक कर देश भक्ति की भावना जगाते हुए दिल्ली पहुूंचे थे.
अंग गौरव के सम्मान से सम्मानित
इन्हें 1999 में भागलपुर के कमिश्नर ने अंग गौरव के सम्मान से सम्मानित किया था. 1998 में नटराज की उपाधि, 99 में कला-कोविद, 2004 में नागार्जुन, 2021 में कोरोना में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया गया था. 2024 के 21 फरवरी को कर्ण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
ये भी पढ़े…भागलपुर में भी खुलेगा आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र, युवा कलाकारों को होगा लाभ