गुरुद्वारा परिसर से गुरुवार को गुरु नानकदेवजी का प्रकाशोत्सव का नगर कीर्तन शोभायात्रा भव्य तरीके से निकाली गयी. इसमें सिख समाज के युवाओं, बुजुर्गों व महिलाओं ने एकता, स्वच्छता का संदेश दिया, तो आगे-आगे झाडू लगा कर महिलाओं ने सेवाभाव व सद्भाव का संदेश दिया. शोभायात्रा में सबसे आगे घुड़सवार पीछे-पीछे गाजे-बाजे आदि चल रहे थे. सबसे पीछे गुरुनानक जी की पालकी चल रही थी. पालकी के आगे पांच प्यारे अपने हाथ में पारंपरिक तरीके से कृपाण (तलवार) लेकर चल रहे थे. सिख, पंजाबी व सिंधी समाज की ओर से प्रकाशोत्सव के दूसरे दिन का कार्यक्रम था. आज जन्मोत्सव का मुख्य आयोजन गुरुद्वारा परिसर में होगा.
आज गुरुवाणी कीर्तन व मुख्य समारोह
15 नवंबर शुक्रवार को प्रकाशोत्सव का मुख्य समारोह होगा. सुबह 10:30 बजे अखंड पाठ, भजन-कीर्तन एवं दोपहर दो बजे अटूट लंगर होगा. रात्रि 8:30 बजे गुरुवाणी एवं मध्यरात्रि दीपोत्सव होगा. इस दौरान गुरुवाणी कीर्तन एवं गुरुवाणी विचार गुरुद्वारा परिसर में होगा, मीडिया प्रभारी सरदार हर्षप्रीत सिंह ने बताया इस बार गुरुवाणी के प्रकांड विद्वान पटनाा साहिब के सरदार कविंदर सिंह जत्था के साथ पधार रहे हैं. मुख्य समारोह में विविध समुदाय के लोग शामिल होंगे और गुरु नानक देव के उपदेश पर चर्चा करेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है