भगवान श्रीराम को वन भेजने का सामर्थ्य किसी और में नहीं था. भगवान श्रीराम के जीवन से सीख लेने की आवश्यकता है. उक्त बातें कन्नौज के पीठाधीश्वर अतुलेशानंद जी महाराज ने मानस सत्संग सद्भावना समिति की ओर बूढ़ानाथ मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम कथा के आठवें दिन सोमवार को प्रवचन के दौरान कही.
जगतगुरु अतुलेशानंद जी महाराज ने कहा कि वह नारी नारी नहीं जो विपत्ति में पति के काम ना आ सके. जैसे देवासुर संग्राम में कैकई अपने पति के साथ थी. उन्होंने कहा कि नारी की शक्ति महान होती है. भागलपुर की नारी केवल रोटी बनाने वाली मत बनो, बल्कि राष्ट्र रक्षा में दुर्गा और काली बनकर राष्ट्र की रक्षा करो. उन्होंने कहा कि समिति की ओर से 33 वां आयोजन किया जा रहा है.
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