बोध फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस की ओर से 15 नवंबर को तिलकामांझी चौक के समीप मनोरमा भवन में साहित्य और हम कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. इसमें शहर के साहित्य से जुड़े लोग शिरकत करेंगे. कार्यक्रम का उद्देश्य नयी पीढ़ी में साहित्य के प्रति अभिरुचि बढ़ाना है. हालांकि यह पहला कार्यक्रम है, जिसमें इसकी रूपरेखा बनायी जायेगी. उक्त जानकारी बोध फिल्म्स के संचालक सुमित कुमार ने सोमवार को अपने आवास पर पत्रकारों को दी.
सुमित कुमार ने बताया कि जीवन में साहित्य की एक खास भूमिका रही है. साहित्य ने अपने समय के सच को बताने का कार्य किया है. एक दौर था जब हर घर में पत्र-पत्रिकाएं आया करती थीं. लेकिन बदलते वक्त के साथ कहीं ना कहीं साहित्य हमारे समाज के बीच थोड़ा सा धुंधला पड़ता जा रहा है. ऐसे में बोध फिल्म्स साहित्य के जानकार लोगों के साथ साहित्य पर चर्चा करके उसी गरिमा को लोगों के बीच लाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बोध फिल्म्स डॉक्यूमेंट्रीज, शॉर्ट फिल्म, गवर्नमेंट प्रोजेक्ट, लाइफ स्टाइल कवरेज और इवेंट के क्षेत्र में काम करता है. इसके पहले भी बोध फिल्म्स अपने बैनर तले घर-घर में स्टार जैसे शानदार कार्यक्रम का आयोजन भागलपुर में सफलता पूर्वक कर चुका है. इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अमित कुमार, समाजसेवी समीर और रितेश कुमार, अमरनाथ मिश्र, परिवहन उद्योग क्षेत्र के संजीव कुमार उपस्थित थे.
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