Smart Meter: बिहार के शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम जोरों पर चल रहा है. बिजली कंपनी और उसकी एजेंसी स्मार्ट मीटर लगाकर अपना टारगेट पूरा करने में जुटी हुई है. लेकिन ग्रामीण इलाकों में स्मार्ट मीटर को लेकर कई तरह की दिक्कतें भी सामने आ रही हैं. जैसे भागलपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में एक बड़ी समस्या यह है कि स्मार्ट मीटर को रिचार्ज कैसे किया जाए. वजह यह है कि ग्रामीण इलाकों में जिन घरों में स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं, उनमें से 20 फीसदी घरों में स्मार्ट फोन नहीं है.
रिचार्ज करवाना ग्रामीणों के लिए मुसीबत
स्मार्ट मीटर को रिचार्ज करवाना ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गया है. ग्रामीणों को या तो मीटर रीडर का इंतजार करना पड़ता है या फिर पड़ोसियों से मिन्नतें करनी पड़ती हैं या फिर सब कुछ छोड़कर पहले की तरह बिजली दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ते हैं. स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसी जीनस पावर इंफ्रास्ट्रक्चर खुद कहती है कि 100 में से 80 लोगों के पास ही स्मार्ट फोन है. जिनके पास नहीं है, वे बिजली दफ्तर जाकर रिचार्ज करवा रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में मीटर रीडर अभी भी चक्कर लगा रहे हैं.
स्मार्ट फोन है तो भी नहीं करते डिजिटल पेमेंट
कई गांव वालों के पास स्मार्ट फोन है भी तो बहुत से लोग डिजिटल पेमेंट नहीं करते. स्मार्ट मीटर को रिचार्ज करने के लिए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, यूपीआई आईडी जैसे प्लेटफॉर्म की जरूरत होती है, जो बैंक अकाउंट से भी लिंक होना चाहिए. इसके बिना रिचार्ज संभव नहीं है.
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अभी भी पूरे शहर में नहीं लग सका स्मार्ट मीटर
भागलपुर शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का प्रयास एक साल से चल रहा है. इसकी शुरुआत तिलकामांझी विद्युत अवर प्रमंडल से की गई थी. इसके बावजूद अभी तक पूरे शहर में स्मार्ट मीटर नहीं लग पाए हैं. हालांकि इतने दिनों में तिलकामांझी और मोजाहिदपुर विद्युत अवर प्रमंडल क्षेत्र पूरी तरह कवर हो गया है. नाथनगर विद्युत अवर प्रमंडल क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं और दावा है कि विश्वविद्यालय प्रमंडल में कुछ ही दिनों में काम पूरा हो जाएगा.
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