25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

परिजनों को धमका रहे हैं सुमन हत्याकांड के आरोपित

सुमन हत्याकांड के आरोपित मृतक के परिजनों को धमका रहे हैं. परिजन परवत्ता थाना साहु परवत्ता के अरुण मंडल ने भागलपुर डीआइजी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी

सुमन हत्याकांड के आरोपित मृतक के परिजनों को धमका रहे हैं. परिजन परवत्ता थाना साहु परवत्ता के अरुण मंडल ने भागलपुर डीआइजी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. डीआइजी को दिये आवेदन के अनुसार 22 जुलाई को पुत्र सुमन कुमार को एक साजिश के तहत ले जाकर हत्या कर दी गयी. मेेरा पुत्र सुमन कुमार रात में लवकुश कुमार के साथ निकला था. रात में जब पुत्र लौट कर नहीं आया, तो सुबह लवकुश कुमार के घर पता लगाने गया, तो उसने बताया कि हम सुमन को छोटी परवत्ता में उतार रात में ही घर लौट आये. हम लोग पुत्र की खोजबीन करने लगे. 24 जुलाई को हमें पता चला कि महादेव के धोरेया दियारा में एक लाश पड़ी है. कुछ लोगों के साथ वहां गया, तो वह लाश मेरे पुत्र सुमन की ही थी. सुमन का मोबाइल गायब था. पुराने मोबाइल से पता चला कि वह छोटी परवत्ता की एक लड़की से बात करता था. लड़की व उसके परिजनों ने मिल कर मेरे पुत्र की हत्या कर दी. हत्याकांड के आरोपित को परवतता थाना की पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पायी है. इस संबंध में नवगछिया के एसपी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से मिल कर अपनी बात रखी,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. हत्याकांड के आरोपित केस उठाने की धमकी दे रहे हैं. वह कह रहे हैं कि अभी एक-दो लाश और गिरेगी.

सीएचसी में नवजात की माैत के मामले में परिजनों नेप्राथमिकी के लिए दिया आवेदन

सीएचसी में नवजात की माैत मामले में परिजनों ने रंगरा थाना में प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया है. प्राथमिकी में रंगरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मी की लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. प्राथमिकी के लिए आवेदन पीड़िता के भाई रंगरा के मो सज्जाद ने आवेदन दिया है. आवेदन के अनुसार 11 सितंबर को 2:40 बजे दिन में मेरी बहन छोटी खातून का रंगरा सीएचसी में डिलवरी हुआ था. नवजात शिशु अस्वस्थ्य था. उसको ऑक्सीजन की जरूरत थी. नवजात शिशु को ऑक्सीजन लगाया गया, उसी समय लाइन कट गयी. गार्ड अरुण कुमार सिंह को कहा कि जनरेटर चालू कर दे. अरुण कुमार ने कहा कि जनरेटर में तेल नहीं हैं. आप पैंसेंट को रेफर करवा लीजिए. उस समय डॉ मनोरंजन कुमार सुमन ड्यूटी पर थे. उन्होंने बच्चे को नहीं देखा. डॉ मनोजरंजन कुमार सुमन की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गयी. स्टोर रूम में डीजल काफी मात्रा में पाया गया. काफी दबाव देने पर अरुण कुमार जनरेटर चालू करने गया, तो उसमें डीजल नहीं था. 30 मिनट बाद बच्चे की मौत हो गयी. ड. मनोज कुमार सुमन व जनरेटर ऑपरेटर के विरोध में कानूनी कार्रवाई की जाये. आवेदन की प्रतिलिपि सीएस भागलपुर को भेजी गयी है. इस संबंध में रंगरा थानाध्यक्ष का पक्ष जानने का प्रयास किया, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें