नगर निगम कार्यालय की सुरक्षा को लेकर बार-बार सवाल उठ रहे हैं. इसके प्रति निगम के अधिकारी गंभीर नहीं दिख रहे हैं. पहले निगम कार्यालय में रखा अतिक्रमण मुक्त अभियान के दौरान जब्त किये गये सामान व लकड़ी समेत करोड़ों की संपत्ति आग से राख हुई. पार्षद भवन के समीप एक भवन से लगभग पंद्रह दिन पहले 50 क्विंटल पॉलीथिन की चोरी का मामला सामने आया. इन दोनों घटनाओं की जांच प्रक्रिया पूरी नहीं हुई. जाहिर है जब जांच ही नहीं हुई तो कार्रवाई का सवाल नहीं उठता है. पार्षदों को शक है कि कहीं इसे ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश तो नहीं है.
तत्कालीन शाखा प्रभारी ने की थी लिखित शिकायत, अब तक नहीं हुई जांच
तत्कालीन पॉलीथिन मुक्त अभियान प्रभारी शंकराचार्य उपाध्याय ने बताया कि पिछले तीन साल में लगभग 50 क्विंटल पॉलीथिन व अन्य संबंधित सामान जब्त किये गये थे. इसे पार्षद भवन समीप निर्माणाधीन शौचालय परिसर में ताला लगाकर रखा गया था. साथ ही कुछ सामान स्वास्थ्य शाखा व निर्माणाधीन अशोक भवन के मध्य खाली स्थान पर रखा गया था. डाक से आगत-निर्गत शाखा को लिखित शिकायत की थी. अब तक कोई जांच की बात सामने नहीं आयी है. न ही कार्रवाई हुई. ————बॉक्स मैटर
फिर से अतिक्रमणकारियों का जब्त सामान पहले की तरह रखा जा रहाअतिक्रमणकारियों से जब्त सामान को फिर नगर निगम परिसर में उसी स्थान पर रखा जा रहा है, जहां पहले रखा गया था और एक चिंगारी से करोड़ों की संपत्ति खाक हो गयी. इसमें अतिक्रमणकारियों का जब्त सामान, लाखों की गाड़ियां व पेड़ जलकर बर्बाद हो गये. अब तक मलबा भी जस की तस है. इसी साल सात अप्रैल की देर शाम नगर निगम कार्यालय में भीषण आग लग गयी थी. अग्निशमन विभाग की जांच रिपोर्ट में यह खुलासा नहीं हो पाया कि किस वजह से आग लगी थी. .
कोट-चोरी की घटना की सीसीटीवी फुटेज से जानकारी लेने और जांच कराने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा आग लगने की घटना की भी जांच पूरी नहीं हो पायी है. इसे गंभीरता से लेना होगा. नगर निगम की सुरक्षा का सवाल है.
डॉ बसुंधरालाल, मेयर, भागलपुर नगर निगम———
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