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महाकुंभ मेला में सिल्क सिटी के कपड़े से होगा पांच करोड़ से अधिक का कारोबार

एक ओर जहां ठंड के दिनों में सिल्क उद्योग भी ठंडा पड़ जाता है. इसके विपरीत इस बार बुनकरों के लिए खुशखबरी है कि प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ को लेकर अब तक दो करोड़ से अधिक का बुनकरों के बने कपड़ों का ऑर्डर मिल चुका है.

-अब तक दो करोड़ के माल का मिला ऑर्डर, भगवा गमछा, लिनेन व मटका बंडी की है डिमांड

दीपक राव, भागलपुर

एक ओर जहां ठंड के दिनों में सिल्क उद्योग भी ठंडा पड़ जाता है. इसके विपरीत इस बार बुनकरों के लिए खुशखबरी है कि प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ को लेकर अब तक दो करोड़ से अधिक का बुनकरों के बने कपड़ों का ऑर्डर मिल चुका है. इतना ही नहीं महाकुंभ मेला में लगने वाले खादी एग्जीबिशन में भी बुनकरों के तैयार कपड़ों से लाखों का कारोबार होगा.युवा सिल्क उद्यमी तहसीन सवाब ने बताया कि महाकुंभ मेला ने सिल्क सिटी के बुनकरों को खुशखबरी दी है. प्राय: ठंड के दिनों में लूम बंद रहता है. ऑर्डर बंद हो जाते हैं. इस बार ठंड के दिन में ही महाकुंभ का मेला लग रहा है और केवल उन्हें 50 लाख तक का ऑर्डर मिला है. उन्हें भगवा गमछा, मटका व लिनेन के बंडी का ऑर्डर मिला है. इसके अलावा सिल्क सिटी के तहत भागलपुर बांका के हजारों बुनकरों से भी ऑर्डर मिले होंगे.

ठंड में बुनकर बहुल क्षेत्र का टूटेगा सन्नाटा और हजारों बुनकरों काे मिलेगा रोजगारबिहार राज्य बुनकर कल्याण समिति सदस्य रहे मो अलीम अंसारी ने बताया कि महाकुंभ मेला में खादी का एग्जीबिशन लग रहा है. इसमें केवल एक करोड़ से अधिक का कारोबार बुनकरों का होगा. यहां से बुनकरों का तैयार कपड़ा बहुत पसंद किया जायेगा. इसे लेकर बाहर में रह रहे भागलपुर के सिल्क कारोबारी भी ऑर्डर दे रहे हैं. बुनकरों का ठप लूम ठंड में चालू हो गया है. यहां तसर कटिया, तसर शर्टिंग, तसर साड़ी, मोदी बंडी आदि की डिमांड हो रही है. खादी एग्जीबिशन में भागलपुर के बुनकर बड़ी संख्या में शामिल होंगे.उन्होंने बताया कि जितने श्रद्धालु भागलपुर से महाकुंभ मेला में शामिल होने जायेंगे, वे भी सौगात के रूप में सिल्क के कपड़े लेकर जायेंगे. इससे भी कारोबार में बढ़ोतरी होगी. ठंड में बुनकर बहुल क्षेत्र के सन्नाटा को भी तोड़ेगा. लूम की खटखट की आवाज के साथ आर्थिक रूप से पिछड़े बुनकरों को भी बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा.

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