खरीक बाजार के विश्वकर्मा चौक स्थित विश्वकर्मा हेल्थ केयर क्लीनिक में पश्चिमी घरारी निवासी हीरालाल दास की 38 वर्षीया पत्नी शीलमी देवी की पथरी (स्टोन) का ऑपरेशन के बाद मौत हो गयी. जिसके बाद क्लीनिक संचालक अपनी टीम के साथ मृतका को क्लीनिक में ही छोड़ कर ही फरार हो गया. जिसके बाद मृतका के परिजनों ने क्लीनिक में जमकर हंगामा किया. खरीक पुलिस मौके पर पहुंच कर हंगामा कर रहे ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया.पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेजा.मृतका के पुत्र मिथुन कुमार ने बताया कि उनकी मां को बीते 05 नवंबर को पेट में दर्द हुआ था. जिसके बाद भागलपुर से अल्ट्रासाउंड जांच कराने पर पेट में पथरी बताया गया. बताया गया कि भागलपुर में ऑपरेशन कराने पर 70-80 हजार रुपये खर्च होगा. विश्वकर्मा हेल्थ केयर में 35 हजार रुपये में ऑपरेशन करने का भरोसा दिया गया. इसमें आशा कार्यकर्ता की संलिप्तता बतायी जा रही है. बेटे ने बताया कि शनिवार को 30 हजार रुपये क्लीनिक में जमा करवा कर उन्हें भर्ती कराया गया. शाम चार बजे के करीब डाॅक्टरों ने ऑपरेशन किया.ऑपरेशन के दौरान मम्मी काफी चिल्ला रही थी.जब डाॅक्टरों से कहा कि होश में ही ऑपरेशन क्यों कर रहे हैं तो डाॅक्टरों ने कहा ऑपरेशन में थोड़ा दर्द होता ही है. इसलिए, तुम चुपचाप रहो.डाॅक्टर मैं हूं तुम नहीं. रविवार की सुबह मेरी मां की मौत हो गई.क्लीनिक में मौजूद कर्मियों को बताया तो सभी लोग मदद करने के बजाय मेरी मां की मृत शरीर को छोड़ कर फरार हो गया है.मृतका का एडमिट पर्ची देखने के बाद क्लीनिक का नाम स्पष्ट हुआ है. जिसमें क्लीनिक का नाम बाबा विश्वकर्मा हेल्थ केयर एवं डाक्टरों का नाम डाॅ. एस कुमार (जनरल फिजीशियन एवं सर्जन) एवं डाॅ डीके राय (जनरल फिजीशियन) लिखा हुआ है.
आशा कार्यकर्ता व क्लीनिक संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
उप मुखिया रूकेश कुमार दास ने बताया कि मृतका काफी गरीब परिवार से है. हेल्थ विभाग से इन्होंने क्लीनिक संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.पीएचसी प्रभारी डाॅ. सुजीत कुमार ने बताया कि उनके क्षेत्र में इस नाम का कोई क्लीनिक वैध रूप से संचालित नहीं है और ना ही मुझे जानकारी है.अगर इसमें आशा कार्यकर्ता की भूमिका पाई गई तो निश्चित रूप से आशा कार्यकर्ता को टर्मिनेट किया जाएगा. साथ ही क्लीनिक संचालक के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.– खरीक में कई जगहों पर अवैध रूप से चल रहा है फर्जी क्लीनिक और पैथोलाॅजी
खरीक में कई जगहों पर अवैध रूप से फर्जी क्लीनिक,पैथोलाॅजी,अल्ट्रासाउंड जांच हो रहा है. कई अवैध क्लिनिक हैं जहां मरीजों को बहला फुसला कर आशा और एएनएम लाती हैं. कई बड़े ऑपरेशन भी किए जाते हैं. खासकर छोलाछाप के भरोसे प्रसव का काम हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है