Bihar Politics: पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि 14 अप्रैल को बड़ा ऐलान कर बताएंगे कि बिहार विधानसभा चुनाव का चुनाव वो किसके साथ मिलकर लड़ेंगे, NDA के साथ जाएंगे, या फिर विपक्षी गठबंधन का दामन थामेंगे. उन्होंने बताया कि हमारी पार्टी बिहार के 243 सीटों पर इंटरनल सर्वे करा रही है. अप्रैल महीने के पहले हफ्ते में यह काम पूरा हो जायेगा. इसके बाद 14 अप्रैल को पटना में बैठक होगी. उस दिन यह ऐलान होगा कि वो किसके साथ चुनाव में जायेंगे. बीजेपी को दलित विरोधी बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारे 5 सांसद थे, सभी सांसदों का टिकट काट दिया गया. इसका कारण मैं नहीं जानता हूं.
एनडीए को नहीं मिलेगा जनता का समर्थन
पशुपति पारस ने गृह मंत्री अमित शाह के बिहार में कैंप करने वाले बयान पर तंज कसते हुए उनके आने से बिहार में कोई प्रभाव नहीं मिलेगा. पारस ने कहा, “जितना कैंप कर लें, जनता मालिक है, जनता सर्वोपरि है. एक कहावत है चौकी पर बैठने वाला चौकीदार, जमीन पर बैठने वाला जमींदार है. उसके एक वोट से देश में प्रजातंत्र व्यवस्था और मौलिक अधिकार है. राजा, प्रजा, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री सबको एक वोट देने का अधिकार है. गृह मंत्री जी को दो वोट देने का अधिकार है क्या? लेकिन इस बार जनता बदलाव की ओर है.”
तेजस्वी यादव ने भी सुरक्षा व्यवस्था पर उठाये सवाल
बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष X पर लिखा, “शोरूम लूट का मंगलमय वीडियो, NDA के सौजन्य से 2005 के बाद मोदी जी के लाड़ले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के 6-7 लाड़ले गुंडों ने मीडिया प्रमाणित, RSS सर्टिफ़ाइड राम राज्य में दिन-दहाड़े एक छोटी सी लूट की शौकिया घटना को अंजाम देते हुए पुलिस अधीक्षक के आवास और थाने से चंद कदम की दूरी पर अवस्थित तनिष्क शोरूम से मस्ती के साथ 17 मिनट में 25 करोड़ के गहने-जेवरात लूट लिए. प्रतिदिन बिहार में सैंकड़ों राउंड गोलियाँ चलती है. औसतन प्रतिमाह सैंकड़ों हत्याएं होती है. लूटपाट, छिनतई, चोरी, अपहरण और बलात्कार का कोई लेखा-जोखा नहीं.”
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