बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अपने मंत्री विजय चौधरी के साथ राजभवन पहुंचे हैं. नीतीश कुमार और राज्यपाल के बीच करीब चालीस मिनट तक बातचीत हुई है. लेकिन दोनों के बीच क्या बातचीत हुई है यह पता नहीं चला है. सीएम भी राज्यपाल से मिलने के बाद पत्रकारों से बिना बात किए ही निकल गए. इधर, उनके राजभवन पहुंचने के साथ ही बिहार में सियासी हलचलें तेज हो गई है. राज्यपाल से मुलाकात से पहले मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के साथ एक सरकारी कार्यक्रम में थे. यहां से वो सीधे मंत्री विजय चौधरी के साथ राजभवन पहुंच गए हैं.
बताते चलें कि मंगलवार सुबह ही हम पार्टी के प्रमुख और बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने लिखा था कि बंगला में कहतें हैं, “खेला होबे” मगही में कहतें हैं, “खेला होकतो” भोजपुरी में कहतें हैं, “खेला होखी” बाकी तो आप खुद ही समझदार हैं… राजनीतिक पंडित इसका अब अपने अपने अंदाज में विश्लेषण कर रहे हैं.
इधर, आरजेडी ने इस मुलाकात को सामान्य और शिष्टाचार बताया है. आरजेडी सूत्रों का कहना है कि विपक्ष एक साजिश के तहत इस पूरे मामले को दूसरी ओर ले जाना चाह रही है. लेकिन विपक्ष की मंशा पूरी नहीं होगी. इंडिया गठबंधन पूरी तरह से एकजुट है. बताते चलें कि सीएम का पहले से राजभवन जाने का कोई कार्यक्रम नहीं था. वो अचानक राजभवन पहुंचे हैं. हालांकि, जदयू और राजद दोनों पार्टियों की तरफ से इसे औपचारिक मुलाकात बता रहे हैं.
नेताजी सुभाष चंद्र की जयंती पर सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव एक साथ थे. लेकिन राज्यपाल से मिलने सीएम अपने मंत्री विजय चौधरी के साथ राजभवन पहुंचे थे. उनके साथ तेजस्वी यादव नहीं थे.