पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के नियत समय पर कराये जाने संबंधी चुनाव आयोग के संकेतों को देखते हुए वामदलों ने सोशल मीडिया के माध्यम से गांव के युवाओं को जोड़ना शुरू कर दिया है. वामदलों ने चुनाव आयोग के कई गाइडलाइन पर आपत्ति तो जाहिर की है और उसे हटाने की भी मांग की है. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर पार्टी को मजबमती देने की योजना भी बनायी है.
बूथ स्तर की कमेटी में युवाओं की 50 फीसदी भागीदारी होगी, ताकि व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टि्वटर के माध्यम से प्रचार प्रसार की गति तेज हो सके. इसलिए बूथ स्तर कमेटी में 50 फ़ीसदी युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गयी है, जो वाम दल के पुराने कार्यकर्ताओं से समन्वय स्थापित कर उन्हें भी सोशल मीडिया पर एक्टिव करेंगे और व्हाट्सएप ट्विटर से जोड़ेंगे. इसकी पूरी तैयारी कर ली गयी है.
भाकपा माले ने तीस हजार लोगों को बूथ स्तर कमेटी से जोड़ा है, जिससे उनके माध्यम से पार्टी का प्रचार प्रसार शुरू कर दिया गया है. हर जानकारी को बूथ स्तर तक लोगों तक पहुंचाया जा रहा है. माकपा ने वाट्स एप ग्रुप पर लोगों को जोड़ना शुरू कर दिया है और अभी तक 20 हजार से अधिक लोगों को जोड़ा है. भाकपा ने भी 30 हजार से अधिक लोगों को वाट्स एप ग्रुप से जोड़ लिया है.
राज्यभर के विभिन्न कॉलेजों के छात्र नेताओं को प्रचार प्रसार से जोड़ा जायेगा. इनके लिए एक अलग व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जायेगा. वहीं, राज्य के बाहर से आये युवाओं को भी प्रचार- प्रसार के लिए बुलाया जायेगा, जो नुक्कड़ नाटक एवं टोला सभा का आयोजन करेंगे और इस चुनाव की जानकारी देगें .
posted by ashish jha