रंजन कुमार, नोखा रोहतास : नोखा विधानसभा क्षेत्र में इस बार विकास पर पलायन व बेरोजगारी का मुद्दा भारी रहेगा. क्योंकि, इस क्षेत्र का इतिहास राइस मिलों की संख्या अधिक होने व रोजगार मुहैया को लेकर काफी चर्चित रहा है. लेकिन, समय के साथ इस क्षेत्र की सभी राइस मिलें बंद हो चुकी हैं.
इससे हजारों मजदूर बेरोजगार हो गये हैं. बेरोजगार मजदूरों ने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए क्षेत्र से पलायन करने का सिलसिला शुरू दिया है. अब क्षेत्र से पलायनों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. साथ ही हजारों की संख्या में युवा वर्ग अब भी नौकरी के इंतजार में सरकार की ओर टकटकी लगाये बैठे हुए हैं.
मुख्य रूप से युवा वर्ग को रिझाने व मनाने की घोषणा भी युवाओं को पल्ले भी नहीं पर रह है. क्योंकि, रोजगार संकट से जूझ रहे युवा वर्ग के सपने को पंख नहीं लग पाना, इनकी बड़ी समस्या है. राजनीति उथल-पथल के बीच देशहित के मुद्दे को लेकर युवा वर्ग के लोग गंभीर जरूर हैं. लेकिन, उनकी प्रमुख समस्या का निदान उनकी प्राथमिकता है. इसको लेकर बेरोजगार युवा वर्ग के मतदाता किसी के पक्ष और विपक्ष को लेकर खुल कर बोलने से परहेज कर रहे हैं.
नोखा विधानसभा क्षेत्र में रोजगार जैसे अहम मुद्दे राजनीतिक गलियारे में गूंज रहे हैं. नोखा विधानसभा क्षेत्र में तीन प्रखंड सम्मिलित हैं. इसमें गढ़नोखा, राजपुर व नासरीगंज प्रखंड हैं. इन तीनों प्रखंडों में वर्तमान की बात की जाये, तो करीब 30 हजार से अधिक मजदूर व युवा वर्ग के लोग अपनी रोजी-रोटी के लिए दूसरे प्रदेशों में पलायन कर चुके हैं. इसके कारण विधानसभा क्षेत्र के लिए पलायन व बेरोजगारी अहम मुद्दा माना जा रहा है.
किसी भी चुनाव में युवा वोटरों की संख्या चुनावी महारथी को अपनी ओर खिंचती है. यही वजह है युवा वर्ग को रिझाने व उन्हें अपने पक्ष में खड़ा करना पार्टियों की पहली प्राथमिकता होती है. इसको लेकर प्रत्येक पार्टियां शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में चल रहे कैंपेनिंग के दौरान अधिक-से-अधिक युवाओं को जोड़ने की कवायद कर रही है. लेकिन, राजनीतिक उथल-पथल के बीच युवा वर्ग पूरी तरह अगल दिख रहे हैं. इस चुनाव में युवाओं की भागीदारी चुनावी महारथियों की हार-जीत का फैसला तय करेगी.
2015 के विधानसभा चुनाव में राजद ने पूर्व मंत्री स्व. जंगी सिंह चौधरी के पुत्र वधू अनीता देवी को चुनाव मैदान में उतारा था. क्योंकि, अनिता देवी के पति पूर्व मंत्री आनंद मोहन सिंह का निधन पटना में एक राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान हो गया था.
उसके बाद आरजेडी ने सीट आनंद मोहन सिंह की पत्नी अनीता देवी को दे दी. अनीता देवी ने चुनाव में रामेश्वर चौरसिया को 22998 मतों के अंतर से पराजित कर इस विधानसभा क्षेत्र में कब्जा किया. अनीता देवी को इस विधानसभा के चुनाव में 72780 मत मिले थे, वहीं रामेश्वर चौरसिया को मात्र 49783 मतों से संतोष करना पड़ा था.
नोखा विधानसभा क्षेत्र की आबादी की बात की जाये, तो इसकी संख्या 521592 हैं. इसमें 263215 पुरुष व 258381 महिलाएं हैं. यदि मतदाताओं की बात करें, तो कुल मतदाताओं की संख्या 286176 हैं. इसमें से पुरुष मतदाता 150162 व महिला मतदाताओं की संख्या 136002 है. वहीं थर्ड जेंडर की संख्या 12 हैं.
Posted by Ashish Jha