मोहनियां से राजद की संगीता ने जीत दर्ज की है. रामगढ़ से बसपा की अंबिका ने जीत दर्ज की है.
बीएसपी के अंबिका सिंह 40,872 पाकर रामगढ़ में आगे चल रहे हैं
चैनपुर में बसपा ने अच्छा प्रदर्शन कर रही है.
13 वा राउंड
बीजेपी (रिंकी रानी पाण्डेय) -20516
राजद (भरत बिंद) -25224
रालोसपा (बिरेन्द्र कुशवाहा)-16611
प्रमोद सिंह- 10730
4708 वोट से राजद आगे
14वां राउंड
बीजेपी (अशोक सिंह) -25925
राजद (सुधाकर सिंह) -25914
बसपा (अम्बिका सिंह) -31877
बसपा 5952 वोट से आगे
9वां राउंड
बीजेपी (अशोक सिंह) -18161
राजद (सुधाकर सिंह) -14513
बसपा (अम्बिका सिंह) -22972
सातवां राउंड
बीजेपी(निरंजन राम) 11200
राजद(संगीता कुमारी) 14404
रालोसपा(सुमन देवी) 10155
भभुआ विधान सभा
बीजेपी (रिंकी रानी पाण्डेय) -7868
राजद (भरत बिंद) -9996
रालोसपा (बिरेन्द्र कुशवाहा)-7410
राजद 2128 वोट से आगे
भभुआ से भरत बिंद 2400 आगे
मोहनिया से संगीता 249 आगे
रामगढ़ से अम्बिका 2900 आगे
चैनपुर से वृजकिशोर 203 आगे चल रहे है यह इवीएम के दूसरा राउंड का है
चैनपुर विधानसभा से पोस्टल बैलेट की गिनती में बसपा से ज़मा खां आगे
भभुआ में राजद के भरत बिंद आगे
मोहनिया से राजद की संगीता कुमारी आगे
रामगढ़ से बीएसपी के अमबीका सिंह आगे
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बिहार के निर्वाचन क्षेत्र नंबर 204,मोहनिया में निरंजन राम ने जीत हासिल की थी. भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार, निरंजन राम, काँग्रेस के संजय कुमार को 7581 वोटों के अंतर से हराकर 2015 चुनाव में जीत हासिल की थी.
अब तक की मतगणना में मोहनिया विधानसभा सीट पर, बीजेपी बढ़त बनाये हुए, आरजेडी पीछे चल रही है.
सुबह आठ बजते ही वोटों की गिनती शुरू हो गयी है. कुछ देर में आयेगा रुझान.
कैमूर जिले के चारों विधानसभा 203 रामगढ़, 204 मोहनियां सुरक्षित, 205 भभुआ, तथा 206 चैनपुर भभुआ विधानसभा के मतदान केंद्रों पर हुए चुनाव के ईवीएम मोहनियां के बाजार समिति में रखे गए है. जहां मंगलवार को सुबह आठ बजे से मतगणना प्रारंभ होगी. जिले के चारों विधानसभा में कुल मिलाकर 58 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. वोटों की गिनती के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा तय स्थान पर 14 काउंटिग टेबल बनाई गयी है.
भभुआ विधानसभा सीट पर भाजपा की निवर्तमान विधायक रिंकी रानी पांडेय मैदान में हैं. उनके सामने राजद के भरत बिंद चुनाव लड़ रहे हैं. रालोसपा ने अपने दिग्गज विरेंद्र कुशवाहा को मुकाबले में उतारा है. निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जदयू छोड़कर आए पूर्व विधायक डॉ. प्रमोद सिंह मैदान में हैं. वे वर्ष 2000, 2005 फरवरी व 2010 में विधायक रह चुके हैं. 2000 और 2005 में राजद व 2010 में लोजपा प्रत्याशी के रूप में चुने गए. वे 2015 में जदयू में आए लेकिन भभुआ सीट से चुनाव हार गए.
कैमूर जिले की सबसे बड़ी विधानसभा सीट चैनपुर है. 2015 में भाजपा और बसपा की जोरदार टक्कर हुई थी. जिसमें भाजपा की जीत लगभग 600 वोट से हुई. इस बार भी दोनों चेहरे फिर मैदान में है. महागठबंधन भी चुनाव मैदान में है. वर्तमान विधायक व खनन मंत्री बृज किशोर बिंद एक बार फिर भाजपा के टिकट पर उतरे हैं. वर्ष 2009 के उपचुनाव से ये लगातार 2015 तक चैनपुर के विधायक रहे हैं. महागठबंधन से कांग्रेस के प्रकाश सिंह मैदान में हैं. बसपा ने मो जमां खां को प्रत्याशी बनाया है. वहीं निर्दलीय नीरज पांडेय के आने से मुकाबला कड़ा हो गया है. इस बार आजाद समाज पार्टी के दीवान अरशद हुसैन खां भी ताल ठोक रहे हैं.
मोहनिया सुरक्षित विधानसभा सीट से निरंजन राम को एक बार फिर भाजपा ने टिकट दिया है. ये वर्ष 2010 में मोहनियां से राजद की सीट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे. इसके बाद वर्ष 2015 में भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीते. उधर राजद महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष संगीता कुमारी महागठबंधन की उम्मीदवार हैं. जिला परिषद सदस्य श्वेता सुमन रालोसपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं.
रामगढ़ में भाजपा, राजद और बसपा तीनों के बीच टक्कर माना जा रहा है. निवर्तमान विधायक अशोक सिंह भाजपा प्रत्याशी हैं .महागठबंधन से राजद के सुधाकर सिंह मैदान में हैं. वे छह बार यहां के विधायक रह चुके जगदानंद सिंह के पुत्र हैं. एक बार रामगढ़ विधानसभा से भाजपा से चुनाव भी लड़े थे. वहीं बसपा ने पूर्व विधायक अंबिका सिंह पर भरोसा जताया है. ये वर्ष 2009 के उपचुनाव और 2010 में राजद के टिकट पर विधायक चुने गए.