रोहतास जिले के दिनारा विधानसभा सीट से राजद प्रत्याशी विजय कुमार मंडल 8232 मतों से आगे चल रहे हैं इनके जीत की पूरी संभावना है
1.चेनारी– कॉंग्रेस — मुरारी प्रसाद गौतम- 3175 वोट से आगे
2. सासाराम– राजद — राजेश गुप्ता- 3007 वोट से आगे
3. करगहर– कांग्रेस — संतोष मिश्रा- 708 वोट से आगे
4. दिनारा– लोजपा — राजेंद्र सिंह- 14 वोट से आगे
5. नोखा– राजद — अनिता देवी- 923 वोट से आगे
6.काराकाट– भाजपा — राजेश्वर राज 202 वोट से आगे
7. डिहरी– राजद — फतेह बहादुर सिंह- 3464 वोट से आगे
माले -6792
भाजपा – 6994
लोजपा-1760
जदयू-755
राजद -1321
राजद -3587
जदयू – 3398
कॉंग्रेस – 3875
जदयू -3167
बसपा-2759
कॉंग्रेस -5075
जदयू -2949
लोजपा -886
जदयू- 1246
राजद- 2703
लोजपा -648
राजद(फतेहबहादुर सिंह)- 12100
भाजपा- 9432
डिहरी rjd फतेह बहादुर सिंह आगें
सासाराम rjd राजेश कुमार गुप्ता
चेनारी कांग्रेस के मुरारी गौतम अगे
नोखा अनीता देवी rjd आगे
करगहर कांग्रेस संतोष मिश्रा आगे
करकाट अरुण सिंह माले आगे
दिनरा ljp राजेंद्र सिंह आगे
सासाराम से आरजेडी राजेश गुप्ता आगे चल रहे हैं 1457 वोट
चेनारी से कांग्रेस मुरारी गौतम आगे चल रहे हैं 1402 वोट से
डेहरी से राजद आगे चल रहे हैं100 से अधिक
काराकाट से माले आगे चल रहे है 300 से अधिक
नोखा से राजद के अनिता चौधरी आगे चल रही हैं 470
दिनारा से राजेंद्र सिंह लोजपा प्रत्याशी आगे चल रहे हैं 500 से अधिक
करगहर से कांग्रेस प्रत्याशी आगे चल रहे हैं
सासाराम विधानसभा सीट से बीजेपी ने एक बार फिर जवाहर प्रसाद को चुनाव मैदान में उतारा है, जो यहां से छह बार जीत चुके हैं. आरजेडी ने अशोक कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है. पिछले चुनाव में जवाहर प्रसाद ने अशोक कुमार को 5,411 वोटों से हराया था.
डेहरी से निवर्तमान विधायक ज्योति रश्मि के पति प्रदीप जोशी इस बार निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में हैं, जबकि आरजेडी ने इलियास हुसैन को प्रत्याशी बनाया है, और एनडीए की ओर से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) ने रिंकू सोनी को मैदान में उतारा है.
सुबह आठ बजते ही वोटों की गिनती शुरू हो गयी है. कुछ देर में आयेगा रुझान.
जिला उपनिर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय कुमार ने बताया कि काउंटिग को ले पांच सौ से अधिक कर्मियों को लगाया जा रहा है. जिसमें मतगणना प्रेक्षक, मतगणना सहायक व मतगणना पर्यवेक्षक शामिल हैं, जिनकी संख्या 175-175 होगी. प्रत्येक विधानसभा के लिए 14 टेबल बनाए गए हैं.
सासाराम विधानसभा क्षेत्र में इस बार 20 उम्मीवार ताल ठोक रहे हैं. पांच बार यहां से विधायक रहे भाजपा नेता जवाहर प्रसाद टिकट कटने के बाद से सीन में नहीं है. राजद के टिकट पर दो बार चुनाव जीते निवर्तमान विधायक अशोक कुमार इस बार जदयू के टिकट से मैदान में हैं. वहीं राजद ने नए चेहरे राजेश कुमार गुप्ता को उनके मुकाबले मैदान में उतारा है. इधर, भाजपा से बागी होकर नोखा के पूर्व विधायक रामेश्वर प्रसाद चौरसिया लोजपा के टिकट पर उतर गए हैं. वे वर्ष 2000, फरवरी 2005, अक्टूबर 2005 व 2010 में नोखा से चुनाव जीत चुके हैं. ऐसे में यहां से कौन जीतेगा इसे लेकर चर्चा जोरों पर है.
चेनारी विधानसभा क्षेत्र से कुल 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे हैं. यहां जदयू के दो बागी दूसरे दलों से प्रत्याशी बन गए हैं. 2015 के चुनाव में एनडीए की तरफ से रालोसपा प्रत्याशी ललन पासवान चुनाव जीते थे. इस बार वह जदयू के चेहरे के तौर पर मैदान में हैं. वे 2005 में जदयू के टिकट पर भी चुनाव जीत चुके हैं. उनका मुकाबला उप चुनाव में बाजी मार चुके कांग्रेस के मुरारी गौतम से है. लोजपा ने जदयू के टिकट पर दो बार मोहनिया से चुनाव लड़े चंद्रशेखर पासवान को टिकट दे लड़ाई को धारदार बना दिया है. जदयू के ही बागी पूर्व विधायक श्यामबिहारी राम बसपा से मैदान में हैं.
2010 में अस्तित्व में आया करगहर विधानसभा से इस बार 20 प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे हैं. मुकाबला जदयू के निवर्तमान विधायक वशिष्ठ सिंह, कांग्रेस के संतोष मिश्र व लोजपा के राकेश कुमार सिंह उर्फ गबरु सिंह के बीच माना जा रहा है. बसपा के उदय प्रताप सिंह मुकाबले को एक और कोण देने में लगे हैं. यहां 2015 के चुनाव में जदयू ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह का टिकट काट वशिष्ठ सिंह को प्रत्याशी बनाया था. तब वशिष्ठ सिंह ने रालोसपा प्रत्याशी रहे बिरेंद्र सिंह कुशवाहा को हराया था.
दिनारा विधानसभा रोहतास जिले की हॉट सीट बनी है. इस बार 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. जदयू ने इस बार भी राज्य के विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री जयकुमार सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. वे 2010 व 2015 में से यहां चुनाव जीत चुके हैं. वहीं भाजपा के कद्दावर नेता रहे राजेंद्र सिंह ने लोजपा के टिकट पर उतर कर लड़ाई को रोचक कर दिया है. वहीं राजद ने इस बार पूर्व जिलाध्यक्ष विजय मंडल को चुनाव मैदान में उतारा है, जिससे यहां लड़ाई कांटे की हो गई है.
काराकाट विधानसभा पर इस बार 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. यहां मुकाबला भाजपा के राजेश्वर राज, भाकपा माले के अरुण कुमार व रालोसपा की मालती सिंह के बीच माना जा रहा है. हालांकि निर्दलीय व अन्य दलों के प्रत्याशी वोटों में सेंध लगाकर समीकरण बिगाड़ सकते हैं . 2015 में राजद के टिकट पर चुनाव जीते संजय यादव इस बार बेटिकट होने से शांत हैं.
डेहरी विधानसभा में इस बार 14 लोग मैदान में हैं. निवर्तमान विधायक भाजपा के सत्यनारायण सिंह यादव औऱ राजद के फतेह बहादुर सिंह चुनाव मैदान में हैं. 2015 के चुनाव में राजद के इलियास हुसैन ने रालोसपा प्रत्याशी रिंकू सोनी को पराजित किया था. हालांकि, अलकतरा घोटाला में सजायाफ्ता होने के बाद उनकी सदस्यता समाप्त हो गई. 2019 में हुए उप चुनाव में भाजपा के सत्यनारायण यादव विधायक चुने गए. 2005 के चुनाव में राष्ट्र सेवा दल से प्रदीप जोशी व 2010 में उनकी पत्नी ज्योति रश्मि यहां से जीत हासिल कर चुकी हैं. इसबार भी प्रदीप जोशी के चुनाव में उतरने से लड़ाई रोचक है.
नोखा विधानसभा क्षेत्र से इस बार 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. यहां से राजद की निवर्तमान विधायक पूर्व मंत्री अनिता देवी के सामने जदयू ने अपने जिलाध्यक्ष नागेंद्र चंद्रवंशी को उम्मीदवार बनाया है. लोजपा से डॉ. कृष्ण कबीर प्रत्याशी हैं. वे शाहाबाद के सांसद रहे रामअवधेश सिंह के पुत्र हैं. यहां 2000 से 2015 के चुनाव से पूर्व तक भाजपा के रामेश्वर प्रसाद चार बार विधायक रहे हैं. इस बार वे क्षेत्र बदल सासाराम से लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
Posted By: Ashish Jha