लाइव अपडेट
पश्चिमी चंपारण के विजयी प्रत्याशी
वाल्मीकिनगर से रिंकू सिंह, उपविजेता राजेश सिंह. रामनगर से भागीरथी देवी, उपविजेता राजेश राम. नरकटियागंज से रश्मि वर्मा, उपविजेता विनय वर्मा. बगहा से रामसिंह, उपविजेता जयेश मंगलम सिंह. लौरिया से विनय बिहारी, उपविजेता शम्भू तिवारी. नौतन से नारायण प्रसाद, उपविजेता शेख मो कामरान. चनपटिया से उमाकांत सिंह, उपविजेता अभिषेक रंजन. बेतिया से रेणु देवी, उपविजेता मदन मोहन तिवारी. सिकटा से बीरेंद्र गुप्ता, उपविजेता दिलीप वर्मा.
लौरिया सीट पर भाजपा के विनय बिहारी जीते, राजद के शंभू तिवारी को हराया.
खुर्शीद अहमद लड़ाई से बाहर
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और सिकटा सीट से जदयू उम्मीदवार खुर्शीद अहमद लड़ाई से बाहर हो गए हैं. मंत्री जी तीसरे नंबर पर पहुंचे. दूसरे पर माले के विरेंद्र. निर्दलीय दिलीप वर्मा पहले नंबर पर. नरकटियागंज से रश्मि वर्मा की जीत तय. लौरिया में भाजपा के विनय बिहारी 20वें चक्र में 21 हजार मतों से आगे चल रहे हैं.
बेतिया से भाजपा की रेणु देवी करीब 19 हजार मतों से जीत गई हैं. कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी चुनावी रण हार चुके हैं. हालांकि आधिकारिक घोषणा होनी बाकी है.
बेतिया में राजद, कांग्रेस कार्यालय में पसरा सन्नाटा
मतगणना के रुझानों में राजद कांग्रेस का महागठबंधन पीछे चल रहा है. एनडीए, बीजेपी बढ़त पर हैं. इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में निराशा है. बेतिया में राजद, कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है.
बेतिया में राजद, कांग्रेस कार्यालय में पसरा सन्नाटा
मतगणना के रुझानों से निराशा. बेतिया में राजद, कांग्रेस कार्यालय में पसरा सन्नाटा सुनसान पड़ा हुआ है.
जदयू आगे
वाल्मीकिनगर विधान सभा मे 19 चक्र की समाप्ति पर जदयू के रिंकू सिंह 17423 मतो से कांग्रेस के उम्मीदवार से आगे चल हे हैं.
सिकटा में जेडीय पीछे
सिकटा में बड़ा उलटफेर हुआ है. यहां से नीतीश सरकार में मंत्री खुर्शीद पीछे हो गये हैं, वे 7वें चक्र की समाप्ति पर मंत्री खुर्शीद आलम 4842 मतो से पीछे हो गये हैं.
नरकटियागंज में बीजेपी की रश्मि वर्मा आगे
नरकटियागंज में बीजेपी की रश्मि वर्मा 6था चक्र में 16248 वोटों से आगे है, जबकि कांग्रेस के विनय वर्मा 13825 वोटों से पीछे चल रहे हैं.
सिकटा सीट का हाल
पश्चिमी चंपारण की सिकटा सीट पर इस बार मुख्य मुकाबला जेडीयू और भाकपा माले के बीच हैं. जेडीयू ने यहां से खुर्शीद अहमद को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाकपा माले की ओर से विरेंद्र गुप्ता मैदान में है. पश्चिमी चंपारण की इस सीट पर 2 लाख 40 हजार से अधिक मतदाता है. 2015 में यहां से कांग्रेस के खुर्शीद ने बीजेपी के दिलीप वर्मा को करीब द़ हजार वोटों से हराया. इस चुनाव में खुर्शीद को 68 हजार के करीब वोट मिला था, वहीं दिलीप वर्मा को 66 हजार से अधिक मत प्राप्त हुए थे. खुर्शीद को यहां राजद और कांंग्रेस का समर्थन प्राप्त था. वहीं 2010 में यहां से निर्दलीय दिलीप वर्मा ने जेडीयू के खुर्शीद उर्फ फिरोज को करीब 9000 वोटों से मात दिया. दिलीप वर्माको इस चुनाव में करीब 49 हजार वोट मिले थे, जबकि खुर्शीद को करीब 40 हजार मत प्राप्त हुए.
बेतिया सीट का हाल
पश्चिमी चंपारण की बेतिया सीट पर इस बार मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच हैं. बीजेपी ने यहां से रेणु देवी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस की ओर से सीटिंग विधायक मदन मोहन तिवारी को मैदान में उतारा है. पश्चिमी चंपारण की इस सीट पर 2 लाख 40 हजार से अधिक मतदाता है. 2015 में यहां से कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी ने बीजेपी के रेणु देवी को हराया था. इस चुनाव में मदन तिवारी को 66 हजार के करीब वोट मिला था, वहीं रेणु देवी को 64 हजार से अधिक मत प्राप्त हुए थे. मदन तिवारी को यहां जेडीयू और राजद का समर्थन प्राप्त था. वहीं 2010 में यहां से बीजेपी के की रेणु देवी ने इंडिपेंडेंट अनिल कुमार झा को 30 हजार वोटों से हराया था. रेणु देवी को 42 हजार से अधिक वोट मिला था. बेतिया सीट पर बीजेपी अध्यक्ष का गृह जिला भी है.
चनपटिया सीट का हाल
पश्चिमी चंपारण की चनपटिया सीट पर इस बार मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच हैं. बीजेपी ने यहां से सीटिंग विधायक प्रकाश राय का टिकट काटकर उमाकांत सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस की ओर से अभिषेक रंजन मैदान में है. पश्चिमी चंपारण की इस सीट पर 2 लाख 46 हजार मतदाता है. 2015 में यहां से बीजेपी के प्रकाश राय ने जेडीयू के एनएम शाही को हराया था. इस चुनाव में प्रकाश राय को 61 हजार के करीब वोट मिला था, वहीं एनएम शाही को 60 हजार मत प्राप्त हुए थे. वहीं 2010 में यहां से बीजेपी के चंद्रमोहन राय चुनाव जीते थे. चंद्रमोहन ने बीएसपी के एजाज हुसैन को 23 हजार वोटों से मात दी थी.
नौतन सीट का हाल
पश्चिमी चंपारण की नौतन सीट पर इस बार मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच हैं. बीजेपी ने यहां से सीटिंग विधायक नरायण प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस की ओर से कमरान शेख मैदान में है. पश्चिमी चंपारण की इस सीट पर 2 लाख 43 हजार मतदाता है. 2015 में यहां से बीजेपी के नारायण प्रसाद ने जेडीयू कै वैद्यनाथ महतो को हराया था, हालांकि बाद में वैद्यनाथ महतो वाल्मीकि नगर से सांसद बन गए. इस चुनाव में नारायण प्रसाद को 66 हजार के करीब वोट मिला था, वहीं वैद्यनाथ महतो को 52 हजार मत प्राप्त हुए थे. वहीं 2010 में यहां से जेडीयू की मनोरमा देवी चुनाव जीती थी. मनोरमा देवी ने लोजपा के नरायण प्रसाद को 22 हजार वोटों से मात दी थी. लोजपा इस चुनाव में राजद कांंग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ रही थी.
लौरिया सीट का हाल
पश्चिमी चंपारण की लौरिया सीट इस बार बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है. लौरिया सीट पर सीटिंग विधायक विनय बिहारी बीजेपी की ओर से मैदान में है. वहीं राजद ने यहां पर अपना उम्मीदवार मैदान में उतारा है. पिछले चुनाव में बीजेपी के विनय बिहारी ने राजद के रणकौशल सिंह को हराया था. इस चुनाव में विनय बिहारी को 57351 वोट मिला था, जबकि रणकौशल सिंह को 37 हजार वोट मिला था. इस चुनाव में राजद जदयू और कांंग्रेस मिलकर चुनाव लड़ी थी. 2010 में विनय बिहारी ने निर्दलीय चुनाव जीता था. विनय बिहारी को इस चुनाव में 38 हजार वोट प्राप्त हुए थे, जबकि जदयू के प्रदीप सिंह को 27° हजार वोट मिले थे.
बगहा सीट का हाल
पश्चिमी चंपारण की बगहा सीट पर इस बार समीकरण पूरी तरह अलग है. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस का मुकाबला है. दोनों दलों की ओर से इस बार अपने कैंडिडेट को चेंज कर दिया गया है. जहां राम सिंह बीजेपी की ओर से मैदान में है, वहीं कांंग्रेस ने जयमंगल सिंह को उम्मीदवार बनाया है. 2015 में इस सीट से बीजेपी के राघव शरण पांडेय ने जीत दर्ज की थी, पांडेय को इस चुनाव में 74476 वोट मिले थे, वहीं दूसरे नंबर पर जदयू के भीष्म साहनी थे, जिन्हें 66293 वोट मिला था. यह दोनों दलों के बीच करीबी मुकाबला था. वहीं 2010 में इस सीट से जदयू के प्रभात रंजन सिंह ने जीत दर्ज किया था. प्रभात रंजन को इस चुनाव में 67 हजार से अधिक वोट मिले थे. प्रभात रंजन ने राजद के राम प्रसाद यादव को करीब 50 हजार वोटों से हराया था.
नरकटियागंज सीट का हाल
पश्चिमी चंपारण की नरकटियागंज सीट इस बार सबसे हॉट सीट बना हुआ है. नरकटियागंज में इस बार बीजेपी कभी बागी रह चुकी रश्मि वर्मा को मैदान में उतारी है. रश्मि वर्मा का मुकाबला इस बार कांग्रेस के सीटिंग विधायक विनय वर्मा से है. पिछले चुनाव में कांग्रेस के विनय वर्मा ने बीजेपी के रेणु देवी को हराया था, इस चुनाव में विनय वर्मा को 57212 मत मिले थे, जबकि रेणु देवी को करीब 41 हजार वोट प्राप्त हुआ था. 2010 में इस सीट से बीजेपी के सतीश चंद्र दुबे ने कांंग्रेस के आलोक वर्मा को हराया था. सतीश दुबे को करीब 45 हजार वोट मिले थे वहीं आलोक वर्मा को तकरीबन 24 हजार मत प्राप्त हुआ था.
रामनगर सीट का हाल
पश्चिमी चंपारण की रामनगर सीट इस बार बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा बन गई है. इस सीट पर वर्तमान बीजेपी विधायक भागिरथी देवी उम्मीदवार भी है. वहीं कांंग्रेस को यह सीट बीजेपी से छीनने की चुनौती भी है. रामनगर सीट पर तकरीबन 2 लाख 40 हजार मतदाता है. 2015 के चुनाव में इस सीट से भागिरथी देवी ने कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्णमासी राम को हराया था. भागिरथी देवी को 84 हजार के करीब वोट मिले थे, जबकि पूर्णमासी राम को तकरीबन 65 हजार मत मिला था. वहीं 2010 में भी भागिरथी देवी ने कांग्रेस के नरेश राम को पराजित किया था, लेकिन इस बार जीत का अंतर करीब 30 हजार का था.
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सबसे तेज बिहार चुनावी नतीजों (Bihar Election Result 2020) और बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के वोटों की गिनती के लाइव अपडेट के लिए प्रभात खबर के साथ बने रहें. बिहार विधानसभा चुनाव में पश्चिमी चंपारण जिले से सभी नये अपडेट प्राप्त करने के लिए इस पेज को रिफ्रेश करें.
2015 में कौन जीता हारा
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बिहार के निर्वाचन क्षेत्र नंबर बेतिया में मदन मोहन तिवारी ने जीत हासिल की थी. कांग्रेस उम्मीदवार, मदन मोहन तिवारी, भारतीय जनता पार्टी के रेणु देवी को 2320 वोटों के अंतर से हराकर 2015 चुनाव में जीत हासिल की थी.
मतगणना सुबह 8 बजे से होगी शुरू
वोटों की गिनती, यानी मतगणना 10 नवंबर 2020 को सुबह 8 बजे से शुरू होगी. 2015 में, बिहार विधानसभा चुनाव में, कुल 249093 मतदाताओं में से 147563 ने बेतिया विधानसभा से अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिनमें से 1918 मतदाताओं ने NOTA का विकल्प चुना था.
बीजेपी के लिए चुनौती, कांग्रेस को उम्मीद
जहां बीजेपी के लिए जीती हुई सीटों को फिर से हासिल करने की चुनौती है, वहीं कांग्रेस को बेहतर परफॉर्म करने की उम्मीद है.
पश्चिमी चंपारण जिले का सूरत-ए-हाल
पश्चिमी चंपारण जिले में विधानसभा की 9 सीट है. यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. वहीं एख सीट पर महागठबंधन की ओर से भाकपा माले भी है.