Bihar Assembly Election 2020 : बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां जोरो पर है. अक्टूबर-नवंबर में होने वाले लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी की निगाहें चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों पर है. बिहार के राजनीति में धनबल को काफी असर देखने को मिलता है. सभी पार्टियों में ऐसे कई नेता शुमार हैं जो करोड़पति है पर आपको इस बात से हैरानी होगी की कई ऐसे भी विधायक हैं जो कर्ज में डूबे हैं. एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ हैं.
बिहार चुनाव के पहले आये एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट में चुने गए प्रतिनिधियों के बारे में पूरी जानकारी दी गयी है. इस रिपोर्ट के अनुसार 18 विधायकों ने अपने ऊपर कर्जा दिखाया है. ये कर्जा 50 लाख या उससे अधिक का है. अगर सबसे ज्यादा कर्ज वाले विधायक की बात करे तो उसमें डुमरावं के जदयू के विधायक ददन यादव का नाम आता है. इसके बाद जो नाम है वह आपको हैरान कर सकता है. मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह सबसे ज्यादा कर्ज वाले विधायक हैं. रिपोर्ट के अनुसार इनके ऊपर 4.02 करोड़ रुपए की देनदारी है. इसके बाद कांग्रेस के अजीत शर्मा का नाम आता है जिनके उपर 3 करोड़ से ज्यादा की देनदारी है.
बिहार के 240 विधायकों में से 67 प्रतिशत यानि विधायक करोड़पति हैं. सबसे ज्यादा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल यूनाडेट के विधायक करोड़पति हैं. दो पार्टियों के 51-51 विधायक करोड़पति हैं. बता दें कि बिहार के दो ऐसे भी विधायक हैं जिनकी कुल संपत्ति 40 करोड़ रूपये या उससे ज्यादा है. खगड़िया सीट से जेडीयू की विधायक पूनम देवी बिहार विधानसभा की सबसे अमीर विधायक हैं.