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Bihar Election 2020 : 12 दागी व बाहुबली चेहरे जिन्हें दलों ने इसबार भी दिया टिकट, क्योंकि जीत के गणित में दाग अच्छे हैं

Bihar Election 2020, Top 12 Criminal Background Bahubali Faces : पटना (अनिकेत त्रिवदी) : भले ही चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों के आका बाहुबल, आपराधिक छवि जैसे नेताओं को अपने साथ रखने में परहेज करते हों, लेकिन बात जब चुनाव की आती है तो यही राजनीतिक पार्टियां जीत के लिए इन मानकों को तोड़ने में कोई गुरेज नहीं करतीं.

Bihar Election 2020, Top 12 Criminal Background Bahubali Faces : पटना (अनिकेत त्रिवदी) : भले ही चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों के आका बाहुबल, आपराधिक छवि जैसे नेताओं को अपने साथ रखने में परहेज करते हों, लेकिन बात जब चुनाव की आती है तो यही राजनीतिक पार्टियां जीत के लिए इन मानकों को तोड़ने में कोई गुरेज नहीं करतीं.

इस बार के विधानसभा चुनाव में भी अधिकतर पार्टियों ने बाहुबली, दागियों को सिंबल देने में कोई कोताही नहीं बरती है. अगर, किसी कारणवश दागी चुनाव नहीं लड़ पा रहे हों ,तो पार्टियों ने उनके परिजनों को टिकट दे दिया है, क्योंकि बात जब सत्ता तक पहुंचने की होती है, तो जीत के गणित में दाग अच्छे होते हैं.

अनंत सिंह : अपने बेकाक बयान और विवादित छवि के लिए मशहूर बाहुबली अनंत सिंह इस बार राजद की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. अनंत सिंह ने इस बार राजद के सिंबल पर नामांकन किया है. अनंत सिंह पर जमीन मामले, अवैध कब्जा से लेकर हत्या से जैसे संगीन मामलों में उनका केस चल रहा है. वे फिलहाल जेल में हैं. उन पर दो दर्जन से अधिक मामले चल रहे हैं. अनंत सिंह पहले भी मोकामा से विधायक रह चुके हैं.

रामा सिंह : 90 के दशक से अपहरण, धमकी, रंगदारी से लेकर संगीन अपराधों के आरोपित रामा किशोर सिंह उर्फ रामा सिंह बिहार की राजनीति में चर्चित चेहरे हैं. हाजीपुर से सटे वैशाली के महनार इलाके में दबंग छवि के नेता रामा सिंह को राजद में आने को लेकर हाल में ही विवाद हुआ था. राजद के कद्दावर नेता रघुवंश प्रसाद ने इसका विरोध किया था. इस बार राजद में उनके शामिल होने बाद रामा सिंह की पत्नी वीणा देवी को राजद ने मनहार से अपना टिकट दिया है.

आनंद मोहन : डीएम कृष्णैया हत्याकांड के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बाहुबली आनंद मोहन बिहार की राजनीति में सर्वाधिक चर्चित नाम हैं. कभी राजनीति में आज के कई बड़े नेताओं के सरपरस्त रहे आनंद मोहन की चर्चा अब भी होती रहती है. पहले उनकी पत्नी को जदयू में शामिल होने के कयास लगाये जा रहे थे, लेकिन अंत में उन्होंने राजद का दामन थामा है. आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद राजद के टिकट पर सुपौल से चुनाव लड़ने की चर्चा है.

अजय सिंह : सीवान के दरौंदा विधानसभा से बाहुबली अजय सिंह इस बार चुनाव मैदान में उतरने वाले हैं. अजय सिंह पहले जदयू की के टिकट पर उपचुनाव लड़ चुके हैं. बगैर लग्न कर शादी करने वाले अजय सिंह काफी चर्चा में रहे हैं. उस दौरान उन्होंने अपनी नयी नवेली पत्नी के लिए जदयू से टिकट मांगा था. अापराधिक छवि के कारण जदयू ने टिकट नहीं दिया. इसलिए वे खुद निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.

अरुण यादव : नाबालिग से रेप आरोपों को लेकर चर्चा में आये राजद विधायक अरुण यादव की पत्नी किरण देवी की इस बार राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी. अरुण यादव भोजपुर जिले के संदेश विधानसभा के विधायक रहे हैं. रेप मामले आरोपों के कारण उन पर कुर्की के आदेश तक जारी हो गये थे.

अमरेंद्र पांडे : जदयू से विधायक रहे बाहुबली अमरेंद्र पांडे उर्फ पप्पू पांडेय पर कई गंभीर आरोप लगे हैं. गोपालगंज ट्रिपल मर्डर मामले में भी इन पर आरोप लगे थे. गोपालगंज के कुचायकोट से विधायक रहे अमरेंद्र पांडे पर कई थानों में मुकदमा दर्ज है. इस बार भी जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली हैं.

रीतलाल यादव : पटना से लेकर पूरे बिहार में अपराध के आरोपों से चर्चित रहे रीतलाल यादव भी इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. रेलवे में ठेकेदारी में रंगदारी के आरोप से लेकर रीतलाल कई मामलों के लिए जाने जाते हैं. उनकी दानापुर क्षेत्र से राजद के सीट पर चुनाव लड़ने की चर्चा है. सूत्रों की मानें तो किसी पार्टी से टिकट नहीं मिलने की स्थिति में भी वो निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं.

राजबल्लभ यादव : नवादा से विधायक रहे राजद राजबल्लभ यादव भी काफी चर्चित रहे हैं. नाबालिग से रेप के मामले में उनको उम्रकैद की सजा हो गयी है. उनके साथ अन्य पांच आरोपितों को भी दोषी करार दिया गया था. इस बार उनकी पत्नी वीभा देवी नवादा से चुनाव लड़ेंगी. राजद की टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी है.

अवधेश मंडल : मंत्री रहीं बीमा भारती के पति अवधेश मंडल का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है. हाल में ही उन्होंने घोषणा की थी कि वे राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. पत्नी भले ही नीतीश सरकार में मंत्री हैं, लेकिन अवधेश मंडल का आरोप था कि जदयू ने उनका केवल उपयोग किया. चुनाव नहीं लड़ने दिया गया.

हुलास पांडे : शाहाबाद क्षेत्र के बाहुबली नेता हुलास पांडे विधान पार्षद भी रह चुके हैं. एके-47 खरीद के आरोप में एनआइए की टीम ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी भी थी. उन पर कई आरोप है. लोजपा नेता हुलास पांडेय इस बार लोजपा के टिकट पर ब्रह्मपुर से चुनाव लड़ रहे हैं.

सुनील पांडे : बाहुबली नेता और कई बार विधायक रहे सुनील पांडेय का राजनीति से पुराना नाता है. एके-47 खरीद के आरोप में भी एनआइए इन पर जांच कर चुकी है. पढ़े लिखे नेता होने के बावजूद अपराध की दुनिया में उनका नाम लिया जाता है. हाल में ही उन्होंने लोजपा को छोड़ दिया था. इस बार वो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.

मंजू वर्मा : पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का नाम मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड को लेकर काफी चर्चा में आया था. अवैध हथियार रखने के आरोप भी चंद्रशेखर वर्मा पर रहे हैं. हालांकि, मंजू वर्मा स्वतंत्रता सेनानी की पुत्री रही हैं. उनके ससुर सुखदेव महतो सीपीआइ से विधायक भी रहे हैं. इस बार भी वो चुनाव लड़ रही हैं.

Posted By : Sumit Kumar Verma

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