सासाराम ग्रामीण : विधानसभा चुनाव को लेकर गुरुवार को नामांकन दाखिल करने आये अभ्यर्थियों के साथ- साथ उनके समर्थकों में भी खूब उत्साह दिख रहे थे. हालांकि, गुरुवार को नामांकन का अंतिम तारीख था. इस दौरान सोशल डिस्टैंसिंग की भी जमकर धज्जियां उड़ती रहीं. न लोगों के चेहरे पर मास्क था और न ही लोगों में कोरोना का खौफ दिखा.
आम दिनों की तरह ही लोग कचहरी के समीप जुटे रहे. प्रशासन भी भीड़ हटाने में डटी रही. हालांकि, नामांकन स्थल पर ठीक इससे उलट था और वहां सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन किया जा रहा था.
शहर के नगर परिषद से सिविल लाइन तक सड़क के किनारे लग्जरी वाहनों की कतार लगी रही. समर्थकों की भीड़ से मुख्यालय की सड़कों पर जगह नहीं मिल पा रही थी. पूरे शहर में छोटे वाहन व बाइक रेंगते नजर आये. उत्साह से लवरेज समर्थक कचहरी चौक के समीप अपने नेता का नाम लेकर नारा लगाते दिखे.
भीड़ की हालत इस कदर थी कि बाइक चालक व साइकिल से आने-जाने वाले को जगह नहीं मिल पा रही थी. हालांकि, कचहरी चौक के समीप पुलिस के जवान जाम हटाने में लगे हुए थे. भीड़ अधिक होने से पुलिस को भी खूब पसीना बहाना पड़ा था.
नामांकन को लेकर जिला मुख्यालय व अनुमंडल कार्यालय में पहुंचे समर्थक कचहरी चौक स्थित मिठाई दुकान में खूब चाट, पकौड़़े व समोसे का आनंद उठाया. समर्थक हाथों में झंडे व माथे पर अपने पार्टी का पट्टी बांधे समर्थक नेताओं को अभी से ही जीत का माला पहना रहे थे.
कई नेताजी भी नामांकन दाखिल करने से पूर्व कचहरी चौक स्थित बजरंगवली मंदिर जाकर अपना माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त किया. नामांकन कराने आए समर्थकों से पटी सड़कों पर कोविड-19 का थोड़ा भी असर नहीं दिखा.
भीड़ अधिक रहने के कारण समर्थक एक-दूसरे के शरीर में रगड़ मार रहे थे. कुल मिला कर कहा जाये, तो अपने प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित कराने के लिए आये समर्थकों में कोरोना का भय नहीं दिखा है. बिना मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग किये ही समर्थक अपने नेता की प्रत्याशा में बारिश में कचहरी व समाहरणालय गेट पर डटे रहे.
Posted by Ashish Jha