पटना: समाजवादी नेता डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह का एक और पत्र वायरल हुआ है़ इसमें उन्होंने लिखा कि राजनीति में मूल्यों की गिरावट इस हद तक हो गयी है कि कुछ पार्टियों में टिकट खरीदे व बेचे जा रहे हैं. इससे वोट का महत्व ही खत्म हो जायेगा़. उन्होंने कहा कि जयप्रकाश, बाबा साहब आंबेडकर व कर्पूरी ठाकुर आदि महापुरुष के नाम व विचार पर लाखों लोग चले़ कठिनाइयां सहीं. अब समाजवाद की जगह परिवारवाद, सामंतवाद, जातवाद, वंशवाद व संप्रदायवाद आ गया है़.
पत्र में आगे लिखा गया कि आज हालात यह है कि इन महापुरुषों की जगह परिवार के पांच सदस्यों के ही फोटो छपने लगे़. धन कमाना मकसद बन गया है़. इन वजहों को सहन नहीं कर सका़. लड़ने को तैयार था़.
उन्होंने लिखा कि राजद में संगठन व संघर्ष को मजबूत करने लिए ही मैंने पत्र लिखा था़. लेकिन, उसे पढ़ने का कष्ट तक नहीं किया गया़ ताक पर रख दिया गया़. पदों का हास्यास्पद बंटवारा किया गया़. महासचिव बनाना क्या हास्यास्पद नहीं था? पूरा माहौल सामंती बना हुआ है़.
” सावधान पद व पैसा से होना है गुमराह नहीं, सीने पर गोली खाकर निकले मुख से आह नहीं. इसकी गूंज कहां चली गयी’
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नोट : हस्त लिखित यह पत्र भी 10 सितंबर को ही उनके लेटर पैड पर लिखा गया है़ वायरल हुए इस पत्र के बारे में कोई भी पुष्टि करने को तैयार नहीं है़