नमन चौधरी: नाथनगर विधानसभा क्षेत्र के तमाम उम्मीदवारों को बुनकर मजदूरों के तीखे सवालों से गुजरना पड़ेगा. नाथनगर के दक्षिणी इलाके, जगदीशपुर के पुरैनी, मुस्तफापुर सहित कई इलाके में बुनकरों की बड़ी संख्या है. लॉकडाउन में इनका हाल बेहाल है. एक तो पहले से ही कम मजदूरी मिलती थी. ऊपर से कपड़े की बिक्री कम व निम्न दरों पर होने लगी. फिर लॉकडाउन ने तो इनकी कमर ही तोड़ दी. बुनकर मजदूर बेरोजगार हो गये.
नाथनगर के बेलखोरिया के बुनकर मो अनवर, सद्दाम, मो अज्जम आदि बताते हैं कि इस बार वोट मांगने आये प्रत्याशी से सीधा सवाल किया जायेगा कि उनके हित में उन्होंने कौन सा काम किया. किस आधार पर उन्हें वोट दिया जाये. बुनकरों ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि उन्हें कपड़े बनाने के लिए उचित मजदूरी नहीं मिलती है.
लूम मालिकों का कहना है कि उनको धागा काफी महंगा मिलता है. कपड़ा बनने के बाद उसे समुचित दाम व बाजार नहीं मिल पाता है. काफी सस्ते मे कपड़ा बेचना पड़ता है. इतना मेहनत करने के बाद भी घर चलाने लायक पैसा नहीं मिल पाता है. उनका कहना है कि बुनकरों के लिए कपड़े का बाजार यहां बनना अधिक जरूरी है. इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. हाइटेक मशीन लगाने के लिए लोन का प्रोसेस काफी जटिल है.
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Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya