Bihar News, Bihar Election, RJD, Tejashwi yadav: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. एनडीए बहुमत में है और वो सरकार गठन की कवायद में जुट गए हैं. इसे लेकर बैठकों का सिलासला जारी है. इधर, जोड़-तोड़ की कोशिशों की भी चर्चा है. एक चर्चा ये भी है कि एनडीए में नीतीश कुमार की ताजपोशी की तैयारी चल रही है तो दूसरी तरफ राजद सरकार बनाने के फॉर्मूले पर काम कर रही है. Bihar Election News से जुड़ी हर खबर के लिये बने रहिये Prabhat Khabar पर.
शायद इसी कारण राजद ने आज अपने विधायकों की बैठक बुलाई साथ ही महागठबंधन के विधायकों के साथ भी बैठ की. बता दें कि बिहार चुनाव के नतीजों को आए दो दिन से ज्यादा का वक्त हो चुका है मगर अभी तक कोई भी गठबंधन राज्यपाल के पास नहीं पहुंचा है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने अपने कुछ पूर्व सहयोगियों से संपर्क किया है.
राजद की विधायक दल की बैठक को हमारे सर्वप्रिय नेता श्री @yadavtejashwi जी ने सम्बोधित किया: pic.twitter.com/95ZkypzXuK
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 12, 2020
गौरतलब है कि बिहार चुनाव के परिणाम में एनडीए (बीजेपी-हम-जदयू-वीआईपी) को 125 और महागठबंधन की 110 सीटों पर जीत हुई है. महागठबंधन को सरकार बनाने के लिए 12 सीटों की जरूरत है. द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राजद- मुकेश सहनी की अगुवाई वाले ‘वीआईपी’ और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ के संपर्क में है. साथ ही पार्टी हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से भी बात कर रही है.
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि अगर पांच सीटें ओवैसी और वीआईपी-हम गठबंधन की सीटें महागठबंधन के हिस्से आ जाएं तो बात बन सकती है. चुनाव से पहले तक वीआईपी और हम महागठबंधन में ही थे. रिपोर्ट के अनुसार राजद सूत्र ने कहा कि एक कोशिश करने में क्या जाता है? अगर वीआईपी और हम हमारे साथ आ जाएं तो यह तय है कि उनका फायदा ज्यादा होगा.
इधर, कांग्रेस नेता नेता तारिक अनबर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि बिहार में AIMIM का उभार शुभ संकेत नहीं है. महागठबंधन को कतई उनका समर्थन नहीं लेना चाहिए.तारिक अनवर ने इसको लेकर एक ट्वीट भी किया है. उसमें उन्होंने लिखा, हमें सच को स्वीकार करना चाहिए. कांग्रेस के कमज़ोर प्रदर्शन के कारण महागठबंधन की सरकार से बिहार महरूम रह गया. कांग्रेस को इस विषय पर आत्म चिंतन ज़रूर करना चाहिए कि उस से कहां चूक हुई ? ओवैसी की बिहार में एंट्री शुभ संकेत नहीं है.
Posted by: Utpal kant