Bihar chubav 2020 : बिहार विधानसभा चुनाव की सियासी बिसात पर सभी राजनीतिक पार्टी मोहरें बिछाने में जुट गई है. पहले चरण में होने वाली 71 सीटों पर चुनाव के लिए जल्द ही प्रचार प्रसार भी शुरू हो जाएगा. ऐसे में कांग्रेस ने भी युद्ध स्तर की तैयारी कर रही है. चुनाव में कांग्रेस अपनी सीट और वोटा बैंक को बचाने की मशक्कत में लगी है.
कांग्रेस को जहां बीजेपी और जेडीयू की एनडीए से सामना है, वहीं कांग्रेस के वोटबैंक में एआईएमआईएम (AIMIM) के ओवैसी भी सेंध लगाने में नहीं चुकते हैं, जिसको देखते हुए हाईकमान ने रणनीति तैयार की है. इसके तहत ओवैसी की पार्टी के उम्मीदवार जहां उतारेगी, उन सभी क्षेत्रों में कांग्रेस इमरान प्रतापगढ़ी से प्रचार कराने की रणनीति बना रही है.
पहले फेज के इन सीटों पर लड़ेगी ओवैसी की पार्टी- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से पहले सूबे में सियासी हलचल तेज हो गयी है. विधानसभा चुनाव के पहले बने ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट (Grand Democratic Secular Front) ने अब अपने उम्मीदवार उतारने शुरू कर दिये हैं. असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) ने शुक्रवार को चुनावी मैदान में दो सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है.
किशनगंज को बचाने की चुनौती- बता दें कि कांग्रेस को सबसे बड़ी चुनौती किशनगंज का किला बचाए रखना है. 2019 के चुनाव में महागठबंधन में कांंग्रेस एक मात्र सीट जीती थी और वो था किशनगंज का सीट.किशनगंज में ओवैसी लगातार सक्रिय है, ऐसे में कांंग्रेस को अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ा है.
प्रतापगढ़ी है फायरब्रांड स्टार प्रचारक– ओवैसी की तरह ही इमरान प्रतापगढ़ी भी भीड़ जुटाने में माहिर माने जाते हैं. वहीं इमरान प्रतापगढ़ी ओवैसी की तरह ही फायरब्रिगेड भाषण देते हैं.
Posted by : Avinish Kumar Mishra