दरभंगा : विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजने के साथ ही सियासी हलचल तेज हो गयी है. वैसे क्षेत्र में दोनों गठबंधनों के नेताओं की सक्रियता एक महीना पहले से ही है. जिला में राजग की छह तथा महागठबंधन की चार सीटों पर प्रतिष्ठा दांव पर है. दरभंगा नगर और जाले की सीट भाजपा और कुशेश्वरस्थान, गौड़ाबौराम, बेनीपुर तथा हायाघाट सीट जदयू के पास है. बहादुरपुर, केवटी, ग्रामीण तथा अलीनगर विधानसभा सीटों पर राजद काबिज है. पिछले चुनाव में राजद व जदयू साथ थे. इस बार राजनीतिक हालात बदल गया है, क्योंकि जदयू व भाजपा साथ हैं. राजद के टिकट पर विजयी रहे फराज फातमी ने इस बार जदयू का दामन थाम लिया है. राजनीतिक परिस्थिति बदल जाने की वजह से एनडीए में कुछ सीटों को लेकर रस्साकशी है, तो कुछ सीटों पर दोनों गठबंधनों में कई-कई उम्मीदवारों की दावेदारी भी है.
नगर विधानसभा सीट पर भाजपा लगातार चार बार से काबिज है. भाजपा प्रत्याशी संजय सरावगी चार बार से विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. 2005 से लगातार विधायक हैं. 2015 के चुनाव में भाजपा के सरावगी ने राजद के ओम प्रकाश खेड़िया को सात हजार 460 मतों से पराजित किया था. सरावगी को 77 हजार 776 वोट मिले थे, जबकि खेड़िया के हिस्से में 70 हजार 316 मत आये थे.
बाढ़ ग्रस्त इलाके का विधानसभा सीट कुशेश्वरस्थान सुरक्षित सीट है. यहां से पिछले चुनाव में जदयू के टिकट पर शशिभूषण हजारी विजयी रहे थे. पहली बार भाजपा प्रत्याशी के रूप में हजारी विधानसभा पहुंचे थे. पिछले चुनाव में शशिभूषण ने लोजपा के धनंजय कुमार उर्फ मृणाल पासवान को 19 हजार से अधिक मतों से पराजित किया था. हजारी को जहां 50 हजार 62 वोट मिले थे, वहीं मृणाल के पक्ष में 30 हजार 212 मतदाताओं ने मतदान किया था.
79 गौड़ाबौराम विधानसभा से जदयू के मदन सहनी विधायक हैं. प्रदेश सरकार में निवर्तमान मंत्री भी हैं. उन्होंने पिछले चुनाव में लोजपा के विनोद सहनी को 14 हजार 62 मतों से पराजित किया था. मदन को 51 हजार 403 तथा विनोद को 37 हजार 341 वोट मिले थे. यह इलाका भी बाढ़ ग्रस्त है. इस क्षेत्र में भी जोरशोर से चुनावी तैयारी चल रही है.
जदयू ने भाजपा के हाथ से बेनीपुर विधानसभा सीट पिछले बार छीन ली थी. उस समय भाजपा के उम्मीदवार गोपालजी ठाकुर निवर्तमान विधायक भी थे. जदयू के सुनील चौधरी ने ठाकुर को 26 हजार 443 मतों से हरा दिया था. सुनील को 69 हजार 511 तो गोपालजी को 43 हजार 68 वोट मिले थे. यहां बता दें कि ठाकुर फिलहाल दरभंगा से सांसद हैं.
अलीनगर सीट पर राजद का कब्जा चला आ रहा है. अब्दुल बारी सिद्दीकी 1990 से लगातार चुनाव जीतते चले आ रहे हैं. 2005 तक वे बहेड़ा से विधायक होते रहे, फिलहाल दो चुनाव से अलीनगर से विधायक हैं. सिद्दीकी 1977 से लगातार चुनावी मैदान में हैं. सिद्दीकी ने 67 हजार 461 वोट प्राप्त कर निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे भाजपा के मिश्री लाल यादव को 13 हजार 460 मतों से पराजित किया था. मिश्री को 54 हजार एक मत मिले थे.
दरभंगा ग्रामीण विधानसभा सीट पर राजद का कब्जा है. यहां से ललित यादव विधायक हैं. अब तक ललित पांच बार चुनाव लड़ चुके हैं. पिछले चुनाव में ललित यादव ने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा प्रत्याशी नौशाद अहमद को 34 हजार 491 वोट से हरा दिया था. ललित को 70 हजार 557 मत मिले थे, जबकि नौशाद के हिस्से में 36 हजार 66 वोट आये थे.
हायाघाट विधानसभा जदयू के कब्जे में है. पहली बार भाजपा के टिकट पर विधानसभा पहुंचनेवाले अमरनाथ गामी ने पिछले चुनाव में जदयू उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी. गामी ने 65 हजार 677 मत हासिल किया था. वहीं निकटतम प्रतिद्वंद्वी लोजपा के रमेश चौधरी उर्फ आरके चौधरी रहे थे. चौधरी को 32 हजार 446 वोट मिले थे. दोनों के बीच मतों का अंतर 33 हजार 231 रहा था.
बहादुरपुर विधान सभा सीट पर पिछले चुनाव में पहली बार राजद को जीत मिली थी. भोला यादव यहां से चुनकर विधानसभा पहुंचे थे. उनके सामने भाजपा प्रत्याशी सह दल के जिलाध्यक्ष रहे हरि सहनी थे, जिन्हें भोला ने 16 हजार 989 मतों से पराजित किया था. भोला यादव को जहां 71 हजार 547 मत प्राप्त हुए थे, वहीं हरि सहनी को 54 हजार 558 वोट से ही संतोष करना पड़ा था.
केवटी सीट पर राजद उम्मीदवार फराज फातमी ने पिछले चुनाव में जीत प्राप्त की थी. उस समय उनके सामने भाजपा के अशोक कुमार यादव थे, जिन्हें सात हजार 830 मतों से फराज ने हराया था. फराज को 68 हजार 601 मत मिले थे, जबकि अशोक के हिस्से में 60 हजार 741 वोट आये थे. यहां बता दें कि अशोक यादव फिलहाल मधुबनी के सांसद हैं.
जाले विधानसभा क्षेत्र से पिछले चुनाव में भाजपा उम्मीदवार जीवेश कुमार को जीत मिली थी. कांग्रेस प्रत्याशी ऋषि मिश्र को उन्होंने चार हजार 620 मतों से पराजित किया था. जीवेश पहली बार से विधायक बने. उन्हें जहां 62 हजार 59 मत मिले थे, वहीं ऋषि को 57 हजार 439 मतों से ही संतोष करना पड़ा था.
posted by ashish jha