पटना. जदयू नेता देवेश चंद्र ठाकुर बिहार विधान परिषद के सभापति चुने गये हैं. महागठबंधन के उम्मीदवार देवेश चंद्र ठाकुर सभापति पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. देवेश चंद्र ठाकुर बिहार विधान परिषद के नये सभापति होंगे.
बिहार विधान परिषद सभापति के पद के लिए महागठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर देवेश चंद्र ठाकुर ने आज ही अपना अपना नामांकन दाखिल किया था. देवेश चंद्र ठाकुर के नामांकन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और पूर्व सीएम राबड़ी देवी समेत महागठबंधन के अन्य बड़े नेता मौजूद थे.
बिहार विधान परिषद के सभापति के चुनाव को लेकर 25 अगस्त को विशेष बैठक आयोजित होनी थी, लेकिन विपक्ष की तरफ से किसी उम्मीदवार के नामांकन दाखिल नहीं करने के कारण महागठबंधन के उम्मीदवार देवेश चंद्र ठाकुर को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया गया.
देवेश चंद्र ठाकुर वर्ष 2002 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीते थे. वर्ष 2004 में वे जदयू में सम्मिलित हो गये. इसके बाद 2008 में वे जदयू प्रत्याशी के रूप में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीते. उसी वर्ष वे नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार में आपदा प्रबंधन मंत्री बनाए गए.
वर्ष 2014 में वे पुन: निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीते. पुन: 2020 में जदयू प्रत्याशी के रूप में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीतकर आए. इस तरह विधान परिषद में यह उनका चौथा कार्यकाल है. जल संसाधन तथा सूचना व जनसंपर्क मंत्री संजय झा के बाद सत्ता में महत्वपूर्ण पद पाने वाले देवेश चंद्र ठाकुर जदयू से दूसरे ब्राह्मण चेहरा हैं.
देवेशचंद्र ठाकुर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अवधेश नारायण सिंह से पदभार लेंगे. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में भाजपा के अवधेश नारायण सिंह को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी. हालांकि वो कार्यवाहक सभापति ही थे. अब बिहार विधान परिषद के पूर्णकालीन सभापति का मिल गया है.