बिहार में नालंदा-सासाराम में रामनवमी जुलूस के साथ शुरू हुई हिंसा (Bihar Violence Update) शनिवार को एक फिर जहां स्थिति बिगड़ती हुई नजर आयी. वहीं, रविवार को जिला प्रशासन और पुलिस की सख्ती के कारण हालात कुछ काबू में रहे. स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए सरकार के द्वारा भी सख्त कदम उठाये जा रहे हैं. सासाराम में जिला प्रशासन के द्वारा चार अप्रैल तक शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. वहीं, नालंदा में अगले आदेश तक स्कूल, कोचिंग और कॉलेज बंद रहेंगे. इसके साथ ही, नालंदा में चार अप्रैल तक इंटरनेट बैन (Nalanda Internet Ban) कर दिया गया है. मामले में सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और डीजीपी आरएस भट्टी (Bihar DGP RS Bhatti) ने मोर्चा संभाल लिया है.
नालंदा और सासाराम में हिंसा माममले में अभी राज्य पुलिस के द्वारा 109 लोगों की गिरफ्तारी की गयी है. डीजीपी ने बताया कि पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था नियंत्रण में है. एक व्यक्ति की मोत हुई है. इसके अलावे जो लोग बम से जख्मी हुए हैं, उसकी भी जांच की गयी है. लोग बम के हमले से जख्मी नहीं हुए हैं. बल्कि बम बनाने के दौरान जख्मी हुए हैं. ये घटना अपराध की श्रेणी में आती है. अभी उनका इलाज चल रहा है. बाद में उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को हमेशा सतर्क रहने के निर्देश दिया.
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सीएम नीतीश कुमार ने मामले की जानकारी लेने के लिए एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक भी की. बैठक में उन्होंने आदेश दिया कि उपद्रवियों की पहचान करके कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही, पुलिस और प्रशासन को अलर्ट रहने का निर्देश दिया. सीएम ने मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रूपये का मुआवजा देने की घोषणा भी की. उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया कि एक-एक चीज मीडिया के साथ में ब्रिफिंग करें, ताकि, भ्रम और अफवाह की स्तिति पैदा न हो.