बिहार: मुजफ्फरपुर के मीनापुर सीएचसी के समीप आर्या अल्ट्रासाउंड केंद्र मे गंगटी की महिला का लिंग जांच कराने व गर्भपात मामले में आशा कार्यकर्ता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. मामले में पीड़ित महिला फूलकुमारी देवी के बयान पर गंगटी गांव के आशा कार्यकर्ता कल्याणी देवी पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. दिनांक 26 जून की सुबह दस बजे में आशा कार्यकर्ता ने फूलकुमारी देवी को कहा कि कनिया चलिये अल्ट्रासाउंड करवा देते हैं. इसके बाद फूलकुमारी ने कहा कि मेरे परिवार का कोई भी सदस्य घर पर नहीं है. मैं कहीं नहीं जाऊंगी. बावजूद इसके आशा कार्यकर्ता महिला को बहला फुसलाकर सरकारी अस्पताल के पास आर्या अल्ट्रासाउंड केंद्र पर ले आयी.
आर्या अल्ट्रासाउंड केंद्र ले जाने के बाद फूलकुमारी देवी की सोनोग्राफी करवा दी. सोनोग्राफी के बाद आशा कार्यकर्ता बोली कि एक पोलियो की सूई पड़ेगा. फिर वहां से बगल के ज्योति नर्सिंग होम ले गयी. जहां पर डॉ द्वारा पीड़ित महिला को एक इंजेक्शन दिया गया. सूई पड़ते ही महिला बेहोश हो गयी. होश मे आने पर आशा कार्यकर्ता, वहां के डॉक्टर व कंपाउंडर पीड़ित को समझाने लगी कि लड़की थी, इसलिए तुम्हारा डीएनसी (गर्भपात) करवा दिये हैं. वह लोग मुझ से कहने लगा कि पहले से दो दो पुत्री हैं. मैं फूट फूट कर रोने लगी. इस दौरान आशा कार्यकर्ता ने उल्टा पुल्टा समझा कर सात हजार रुपये छीन लिये.
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सात हजार रुपये लेने के बाद कहने लगी कि घर पहुंच कर पांच हजार रुपये और दे देना. यहां डॉक्टर को देना है. इसके बाद फूलकुमारी को अकेले हालत में छोड़ कर आशा कार्यकर्ता फरार हो गयी. थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि मामले में फूलकुमारी के बयान पर मीनापुर थाना में केस दर्ज कर लिया गया है. एसआइ सीमा यादव को मामले का अनुसंधानक बनाया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.