Bihar News: बिहार में जंगली सूअर और घोड़परासों की संख्या बढ़ गई है. इनके डर से बिहार के किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्यभर में जंगली सूअरों के आतंक से किसान आलू की खेती कम कर पा रहे हैं. घोड़परास खड़ी फसलों और बीज उत्पादन में बाधा बन रहे हैं. बिहार के अधिकांश इलाकों इस विषय पर किसानों की शिकायत आ रही है.
बता दें कि कृषि मंत्री ने आगे कहा कि अब दो सप्ताह के बाद इन जंगली सूअरों और घोड़परासों को नष्ट किया जाएगा. वन विभाग में लिस्टेड शूटर इन जंगली पशुओं को नष्ट करेंगे. मंत्री ने आगे बताया कि 30 जिलों में 2 लाख 95 हजार 866 घोड़परास और 67 हजार 255 जंगली सूअर हैं. जो किसानों को परेशान कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि बंदरों को भगाने पर भी विभाग विचार करेगा.
राज्यभर में हुई 81 फीसदी धान की रोपनी
मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि पूरे राज्य में 36.54 लाख हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है. इसमें 29.65 लाख हेक्टेयर में धान की रोपनी हो गई है. पूरे राज्यभर में लगभग 81 फीसदी धान की रोपनी हो चुकी है.
कटिहार, सहरसा, किशनगंज, गोपालगंज और अररिया में सर्वाधिक सौ फीसदी से अधिक धान रोपे जा चुके हैं. जमुई में 46 फीसदी बांका में 49, गया व नवादा में 54, औरंगाबाद में 55 प्रतिशत ही धान की रोपनी हो सकी है.
डीजल अनुदान के लिए 150 करोड़ रुपए आवंटित
मंत्री ने बताया कि बारिश की खराब स्थिति को देखते हुए डीजल अनुदान देने की प्रक्रिया शुरू की गई है. इसके लिए 150 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. अब तक 32 हजार किसानों ने आवेदन किया है. 10 से 12 लाख रुपये का भुगतान किया गया है.
मंगल पाण्डेय ने आगे कहा कि हाइब्रिड बीज के उत्पादन और मार्केटिंग के लिए विभाग की ओर से नीति बनाई जा रही है. इससे राज्य में ही बीज उत्पादित होंगे. इससे बीज का मूल्य कम हो जाएगा.
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