Bihar News: भागलपुर. अंगिका कला उत्सव का शुभारंभ संस्कार भारती की ओर से शनिवार को एक स्कूल में किया गया. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, खगड़िया सांसद राजेश वर्मा, संस्कार भारती के क्षेत्र प्रमुख डॉ संजय कुमार चौधरी, मंजूषा चित्रकार मनोज कुमार पंडित, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मीरा झा व रंग निर्देशक डॉ अमित रौशन ने दीप प्रज्ज्वलित कर उत्सव का आगाज किया. संस्कार भारती ध्येय गीत के बाद अपने उद्घाटन संबोधन में नंदकिशोर यादव ने कहा कि हम प्रकृति पूजक हैं, पर्यावरण संरक्षण का बोध हमें परिवार से ही मिलता है. हमारे दादा-दादी, नाना-नानी, माता-पिता हमें पेड़ों के संरक्षण व पौधारोपण के बारे में बताते हैं. हमारी संस्कृति को कुछ अपने लोग ही समाप्त कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भोग केंद्रित जीवन शैली के कारण केवल परिवार नहीं टूट रहें है बल्कि संबंधों में भी स्वार्थपरता घर करती जा रही है. विधानसभा अध्यक्ष ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आप अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में भी पढ़ाई करें, अपनी मातृभाषा को कभी नहीं त्यागे, अपनी भाषा व कला के साथ जुड़ते हुए राष्ट्र प्रथम का बोध रखते हुए कार्य करें.
राजेश वर्मा ने कहा कि संस्कार भारती द्वारा आयोजित इस प्रकार का कार्यक्रम संस्कार और संस्कृति को बचाकर इस नयी पीढ़ी को सौंपने का कार्य कर रही है. आज हमें अपने संस्कार और सांस्कृतिक विरासत को साथ लेकर चलने की जरूरत है. यह सौभाग्य की बात है कि यह कार्यक्रम अंगिका भाषा पर आधारित है. अंगिका हमारी मातृभाषा है. डॉ मीरा झा ने कहा कि संस्कार शब्द में ही संस्कृति का निर्माण होता है. हम संस्कार के माध्यम से ही संस्कृति का संरक्षण कर सकते हैं.
संस्कार भारती के क्षेत्र प्रमुख व संगीत नाटक अकादमी संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सदस्य डॉ. संजय कुमार चौधरी ने गाय, गंगा और गांव को संस्कृति की आधारशिला बताया. उद्घाटन सत्र के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नृत्य, गायन, वादन एवं काव्य गोष्ठी हुई. कार्यक्रम में कला उत्सव संयोजक संदीप भगत, बिहार संगठन मंत्री वेद प्रकाश, दक्षिण बिहार के महामंत्री संजय पोद्दार, गौरी शंकर मिश्रा, अभय कुमार, संजय कुमार, राहुल तिवारी, राजीव शुक्ल विशेष रूप से उपस्थित थे.