बिहार में चुनाव परिणाम के बाद हिंसा की आशंका को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं. खुफिया सूचनाओं के बाद गृह विभाग एवं पुलिस मुख्यालय ने इस संबंध में सभी प्रमंडलीय आयुक्त, आइजी व डीआइजी सहित जिलों के डीएम-एसपी को पत्र लिख कर सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं. एजेंसियों का मानना है कि चार जून को मतगणना की समाप्ति के बाद विजयी प्रत्याशियों व उनके समर्थकों द्वारा विजयी जुलूस निकाले जाने के दौरान उल्लास में सांप्रदायिक व सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वाली टिप्पणी या नारा लगाने की कार्रवाई हो सकती है. इसको देखते हुए पूर्वानुमति के बाद ही विजयी जुलूस निकाले जाने के निर्देश दिये गये हैं. इन जुलूसों की निगरानी में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व सुरक्षा बलों की तैनाती की जायेगी.
मतदान बाद हिंसा वाले क्षेत्रों पर खास नजर
पुलिस मुख्यालय ने मतदान बाद हिंसा वाले क्षेत्रों ने खास नजर रखने के निर्देश दिये गये हैं. सारण में मतदान के बाद हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी, जबकि कई घायल हुए थे. इसी तरह पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में भी भाजपा प्रत्याशी पर फायरिंग की घटना हुई थी. इसके अलावा आरा व नालंदा सहित कई जगहों पर चुनाव से जुड़ी हिंसा की घटनाओं को देखते हुए संबंधित डीएम-एसपी को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये हैं. मुख्यालय ने कहा है कि शांति भंग की संभावना वाले स्थल को चिह्नित कर निरोधात्मक कार्रवाई करें. मतगणना स्थल के बाहर धारा 144 लागू कर स्थिति नियंत्रित करने का मुकम्मल इंतजाम सुनिश्चित कराएं. मतगणना स्थल या बाजार में गश्ती और चौक-चौराहों पर अनावश्यक भीड़ इकट्ठा नहीं होने दें. विजय जुलूस के संबंध में चुनाव आचार संहिता संबंधित निर्देशों का अनुपालन सख्ती से सुनिश्चित कराएं.
राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर विशेष सुरक्षा इंतजाम
पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि सभी संवेदनशील गतिविधियों के संदर्भ में पैनी निगरानी के साथ राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जाये. छोटे-छोटे गश्ती दल बनाकर संवेदनशील स्थानों पर गश्ती सुनिश्चित हो. उन्होंने कहा कि मतगणना के बाद जीते उम्मीदवारों के समर्थकों द्वारा विपक्ष के प्रति उग्र नारा लगाये जाने की संभावना हैं, जिससे शांति भंग होने से इनकार नहीं किया जा सकता है.
साेशल मीडिया पर भी कड़ी नजर
मतगणना परिणाम के बाद उन्मादियों पर सोशल मीडिया के माध्यम से भी नजर रखी जायेगी. इसके लिए पुलिस मुख्यालय सहित जिलों का सोशल मीडिया कंट्रोल रूम 24 गुणा सात घंटे कार्यरत रहेगा. किसी भी भड़काऊ या सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वाले पोस्ट पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.