पटना: लोजपा (र) का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 22, 23 और 24 सितंबर को राजगीर बिहार में होगा. इसको लेकर पार्टी के प्रवक्ता प्रो. डॉ. विनीत सिंह ने कहा कि इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य नए कार्यकर्ता, पार्टी के पदाधिकारियों को जोड़ना है. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण शिविर में पार्टी के कार्यकर्ताओं को पार्टी के मूल्य सिद्धांतों और विजन डॉक्यूमेंट ‘बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट’ के बारे में अवगत और प्रशिक्षित कराया जाएगा.
लोजपा (र) के प्रवक्ता ने आगे कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (chirag paswan) का मानना है कि बिहार में मध्यावधि चुनाव की संभावना कभी भी हकीकत में बदल सकती है. इस वजह से जैसे सेना बैटल-मोड में रहती है. उसी तरह लोजपा के हर कार्यकर्ताओं और नेताओं को चुनावी मोड में रहने की जरूरत है. इस तीन दिवसीय शिविर में प्रखंड से लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेता शामिल होगें. इसके अलावे विशिष्ट वक्ता भी पहुंचेंगे, जो कार्यकर्ताओं को योग, आध्यात्म, राजनीति, अर्थव्यवस्था आदि के बारे में विस्तार से बताएंगे. लोजपा नेता ने आगे कहा कि उनका यह मानना है कि प्रशिक्षण शिविर से लौटने के बाद हर कार्यकर्ता ज्यादा प्रबुद्ध और प्रभावी होंगे.
बता दें कि साल 2020 में चिराग पासवान ने ‘बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट’ का नारा दिया था. उस दौरान चिराग पासवान बिहार के विभिन्न जिलों को धूम-धूमकर यात्रा कर रहे थे. चिराग का कहना था कि देश के सभी राज्यों को एक साथ आजादी मिली, किंतु आजादी के 70 साल बाद भी बिहार पहले की तरह पिछड़ा हुआ है. जबकि दिल्ली-मुंबई जैसे शहर की चमक लगातार बढ़ती ही जा रही है. सबसे ज्यादा आईएएस और आईपीएस देने वाले बिहार राज्य के लोगों को ही रोजगार, व्यवसाय व पढ़ाई के लिए दूसरे राज्य जाना पड़ रहा है. चिराग ने पार्टी के विजन के बारे में लोगों को जानकारी देते हुए कहा था कि बिहार और बिहार को फस्ट बनाना ही पार्टी का लक्ष्य है.