Bihar politics: बिहार में गुरुवार की सुबह शुरू हुई राजनीतिक गतिविधियों ने शाम होते-होते सत्ता समीकरण में बड़े बदलाव की अटकलों को ऐसी हवा दी कि पटना से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक माहौल गर्म हो गया. हालांकि, जदयू, राजद और भाजपा की ओर से इन गतिविधियों को लेकर कोई आधिकारिक बयान तो जारी नहीं किया गया है, पर सत्ता के गलियारे में चल रही हलचल से ऐसा अनुमान किया जा रहा है कि कोई बड़ा बदलाव हो सकता है.
इस संदर्भ में दोनों खेमों ने अपनी-अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है. उधर, जदयू के महासचिव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सलाहकार केसी त्यागी ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दावा किया कि बिहार में गठबंधन सलामत है.
इधर, पटना में दो- तीन ऐसे घटनाक्रम हुए जिसने राजनीतिक अटकलों को पंख लगा दिये. मसलन, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के बुलावे पर प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और बिहार के प्रभारी विनोद तावड़े दिल्ली पहुंच गये. गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक देर रात तक चली. बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, विनोद तावड़े, सुशील मोदी, सम्राट चौधरी, बिहार के संगठन मंत्री भिखु भाई दलसानिया, पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी और भाजपा के बिहार-झारखंड के क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र जी मौजूद थे. हालांकि, बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर बैठक हुई है.
माना जा रहा है कि अगले दो से तीन दिनों में यानी 27 से 28 जनवरी तक राजनीतिक तस्वीर साफ हो जायेगी. बताया जा रहा है बैठक में बिहार के मसले पर पार्टी नेतृत्व ने मशविरा किया है. भाजपा सूत्रों के अनुसार, पार्टी दो-तीन विकल्पों पर गौर कर रही है. इस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से कहा गया है कि वे जीतन राम मांझी से बात करें. नित्यानंद राय ने देर शाम मांझी से बात की. वे शुक्रवार की सुबह दिल्ली जायेंगे.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का केरल का दौरा रद्द हो गया है. वे शुक्रवार की सुबह केरल के दौरे पर जाने वाले थे. वहीं बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष और जदयू के नेता महेश्वर हजारी का भी मुंबई दौरा रद्द हो गया है
जदयू के राष्ट्रीय सलाहकार सह प्रवक्ता केसी त्यागी ने गुरुवार को पटना से दिल्ली पहुंचने के बाद पत्रकारों के सवाल पर कहा है कि इंडिया गठबंधन में सब सही है. जदयू इस गठबंधन का हिस्सा है. पत्रकारों ने उनसे पूछा कि विशेष राज्य का दर्जा मिलने पर क्या जदयू गठबंधन बदल लेगा? इस पर उन्होंने कहा कि राजनीति में इस तरह की कोई शर्त नहीं होती है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भाजपा से लेकर राजद और अन्य राजनीतिक पार्टियों की नजर रही. गुरुवार को उन्होंने कोई बयान नहीं दिया, पर हर खबर के साथ उनका नाम जुड़ा रहा. बताया गया कि गुरुवार की सुबह कैबिनेट की बैठक के बाद उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक हुई. उनके करीबी मंत्री विजय कुमार चौधरी ने टीवी पर बयान दिया कि नीतीश जी का कांग्रेस की न्याय यात्रा में शामिल होने के किसी कार्यक्रम की उन्हें जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि न्याय यात्रा कांग्रेस का कार्यक्रम है. यह कोई जरूरी नहीं कि दूसरे दल के लोग भी उसमें शामिल हों. मालूम हो कि 30 जनवरी को किशनगंज में राहुल गांधी के साथ न्याय यात्रा में नीतीश कुमार के शामिल होने का कांग्रेस ने दावा किया था.
सियासी हलचलों के बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने विधानसभा के स्पीकर अवध बिहारी चौधरी के साथ फोन पर बात की. इसके पहले राबड़ी आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई. इसमें पार्टी की रणनीतियों पर विमर्श किया गया. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी पार्टी विधायकों को बुलाया. ऐसा समझा जाता है कि पार्टी नेतृत्व सभी विधायकों के साथ बैठक कर अगली रणनीति को अमलीजामा पहनाने की ओर बढ़ेगा.