भागलपुर: ईशीपुर थाना क्षेत्र के हरला में बुधवार को पिता के साथ पुत्रों के द्वारा जघन्य अपराध किया गया. जमीन के एक टुकड़े के लिए अपने तीनों बेटे ने पहले तो पिता को मृत घोषित कर जमीन का मालिकाना हक लेने का प्रयास किया, जब पिता को पता चला तो विरोध किया. इस पर पत्नी सहित तीनों बेटे ने फरसा से काट कर जान मारने का प्रयास किया. मजदूरी कर जीवन बसर करने वाले छट्ठू साह की पत्नी और तीनों पुत्रों ने जानलेवा हमला किया. मामले में पुलिस ने चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि छट्ठू साह सहित अन्य जख्मियों का इलाज मायागंज स्थित जेएलएनएमसीएच अस्पताल में चल रहा है. जानकारी के मुताबिक तीनों पुत्रों ने पिता को मृत बता खरीदारों से पैसे उठा लिये, साथ ही कुछ जमीन को अपने नाम कराने का भी प्रयास किया. उसी समय छट्ठू साह के मालिक दिनेश तिवारी के पुत्र विष्णुदेव तिवारी और किशनदेव तिवारी वहां पहुंच गये. वृद्ध पर वार होता देख उन्हें बचाने के प्रयास में वह भी बुरी तरह घायल हो गये. शोर सुनकर पहुंचे दिनेश तिवारी के दूसरे बेटे विष्णुदेव तिवारी व रितेश पांडे पर भी हमलावर भाइयाें ने हथियार चला दिया. घटना में विष्णुदेव व रितेश पांडे भी जख्मी हो गये. इस बीच गांव के लोगों ने तीनों हमलावर भाइयों को घेर लिया.
सूचना पर एसडीपीओ शिवानंद सिंह, पीरपैंती थानाध्यक्ष राजकुमार प्रसाद, ईशीपुर थानाध्यक्ष सुधांशु शेखर के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने तीनों हमलावर भाइयों अमित साह, दिनेश साह व विवेक साह व उसकी मां अंजू देवी को गिरफ्तार कर लिया. इसके पहले ईशीपुर थानाध्यक्ष ने पुलिस जीप से सभी घायलों को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल पहुंचाया. थानाध्यक्ष ने बताया कि एफएसएल की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर साक्ष्य जुटा रही है.
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अपने पुत्रों व मजदूर का इलाज कराने रेफरल अस्पताल पहुंचे दिनेश तिवारी ने पुलिस को बताया कि सिर्फ सात डिसमिल जमीन के लिए छट्ठू साह को उसकी पत्नी और पुत्रों ने जान से मारने का प्रयास किया. छट्ठू पिछले दस साल से उसके बकरी फार्म में काम करता था. उसकी पत्नी व पुत्र इसका विरोध करते थे. जबकि वह उसे अपने परिवार के सदस्य के रूप में रखते हैं. बुधवार को जब उनका पुत्र विष्णुदेव तिवारी जा रहा था तो छट्ठू को उसके तीनों पुत्र टांगी व फरसा से वार कर काट रहे थे. तीनों ने बचाने के लिए गये उसके पुत्रों पर भी जानलेवा हमला कर दिया. नृशंस हमला देख कर ग्रामीण आक्रोशित हो गये और घेर कर चारों को पुलिस को सुपुर्द कर दिया.