आइएमडी की जानकारी के मुताबिक बिहार में 24 घंटे बाद तापमान में कमी की वजह हवा के पैटर्न में बदलाव है. अब पछुआ की जगह पुरवैया चलेगी. पुरवैया चलने की वजह से शुरुआती दौर में पूर्वी बिहार में कुछ जगहों पर बादल छाये रह सकते हैं. वहीं, उत्तरी भारत में थंंडर स्टोर्म गतिविधियां शुरू हो गयी हैं. धीरे-धीरे इसका प्रभाव बिहार पर पड़ना शुरू हो जायेगा. यहां भी आंधी-पानी की स्थिति बन सकती है.
गर्मी और लू चलने की वजह से पटना ‘जू’ में आने वाले दर्शकों की संख्या में काफी कमी आयी है. ठंड और सामान्य मौसम में विजिटर्स की संख्या आम दिनों में 6-7 हजार होती है जबकि वीकेंड में इसकी संख्या 15-16 हजार तक हो जाती है. पर अभी आम दिनों में प्रतिदिन पांच हजार और वीकेंड पर मात्र 10 हजार लोग ही यहां आ रहे हैं.
पटना में बुधवार को भी बेहद गर्मी रही. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक पटना का अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य से छह डिग्री अधिक था. वहीं न्यूनतम तापमान भी सामान्य से चार डिग्री अधिक 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हालांकि, मंगलवार की तुलना में अधिकतम तापमान 0.6 डिग्री कम रहा. गर्म हवा और तेज धूप के कारण सड़कों पर लोग कम निकले और दोपहर में कई सड़कों पर ताे कर्फ्यू जैसा नजारा रहा था.
बिहार में गर्मी के कारण जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. बिहार के कई जिलों में गर्मी को देखते हुए स्कूल का समय बदल दिया गया है. जबकि शेखपुरा और मुजफ्फरपुर में तो क्लास पांचवी तक के स्कूलों को 22 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है.
जलवायु परिवर्तन से तापमान और बरसात का ट्रेंड ही नहीं, बिहार में लू का ट्रेंड भी बदल गया है. प्रदेश में लू के नये हॉट स्पॉट्स बन गये हैं. लगातार दूसरे साल यह बदलाव हुआ है. 50 साल तक सर्वाधिक लू की गिरफ्त में रहने वाला गया इस बार अभी तक लू से बच गया है. इस बार दक्षिण-पूर्वी, मध्य और उत्तर बिहार लू के नये हॉट स्पॉट बन गये हैं. जानकारी के मुताबिक अप्रैल में अभी तक बिहार में सबसे बड़ा हॉट स्पॉट दक्षिण-पश्चिमी बिहार तक सीमित था. वर्ष 2022 में लू के हॉट स्पॉट दक्षिणी-पश्चिमी जिलों मसलन बक्सर और औरंगाबाद की ओर महसूस किया गया था.
पटना में तेज गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ना शुरू हो गया है. बीते दो दिन में शहर के पीएमसीएच व आइजीआइएमएस मेडिसिन विभाग के वार्ड में हीट स्ट्रोक, संक्रमण, अस्थमा, डायरिया, उल्टी-दस्त नेत्र रोग आदि की समस्या से ग्रसित 41 मरीज भर्ती हुए. हालांकि 24 घंटे इलाज के बाद अधिकतर मरीज ठीक हो गये जिसके बाद उन्हें डिस्चार्ज भी कर दिया गया. वहीं पीएमसीएच में 12 ऐसे मरीज थे जिनकी तबीयत में सुधार आने के बाद उनको हथुआ वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. पीएमसीएच के मेडिसिन विभाग में करीब 350 बेड की क्षमता है.
पटना में बढ़ती गर्मी और हिट स्ट्रोक को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट किया है. इसी क्रम में पीएमसीएच, आइजीआइएमएस व एनएमसीएच अस्पताल में लू लगने वाले मरीजों के बेहतर इलाज और भर्ती को लेकर एडवाइजरी जारी की गयी है. यहां के अस्पताल प्रशासन ने मेडिसिन, शिशु रोग विभाग सहित अन्य विभाग के डॉक्टरों को अलर्ट किया है. पीएमसीएच में लू लगने वाले मरीजों के लिए अलग से 20 बेड व एनएमसीएच व आइजीआइएमएस में 10-10 बेड आरक्षित करने के निर्देश जारी किये गये हैं. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने बताया कि लू के हल्के लक्षण वाले मरीजों का हथुआ वार्ड में इलाज किया जायेगा. वहीं अगर मरीज गंभीर होते हैं तो फिर उनका इलाज टाटा वार्ड में किया जायेगा.
बिहार में गर्मी (Bihar Weather) से आमजनता त्रस्त हो गयी है. स्कूल के समय में भी परिवर्तन कर दिया गया है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सुखाड़ और हिट वेव को लेकर हाई लेवल मीटिंग बुलाई है.
राजधानी पटना भयंकर लू से तप रहा है. 43 साल का पटना में रिकॉर्ड टूट गया है. राजधानी पटना में मंगलवार को तापमान 44 डिग्री दर्ज किया गया. इससे पहले इस महीने में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 29 अप्रैल 1980 में 44.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था. बहरहाल राजधानी पटना में तापमान बढ़ने के कारण स्कूरों के समय में भी फेरबदल किया गया है. अब पटना के सभी स्कूलों में 10.30 बजे तक छुट्टी हो जायेगी.
तेज गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ना शुरू हो गया है. बीते दो दिन में पटना के पीएमसीएच व आइजी आइ एमएस मेडिसिन विभाग के वार्ड में हीट स्ट्रोक, संक्रमण, अस्थमा, डायरिया, उल्टी-दस्त नेत्र रोग आदि की समस्या से ग्रसित 41 मरीज भर्ती हुए. हालांकि 24 घंटे इलाज के बाद अधिकतर मरीज ठीक हो गये जिसके बाद उन्हें डिस्चार्ज भी कर दिया गया. वहीं पीएमसीएच में 12 ऐसे मरीज थे जिनकी तबीयत में सुधार आने के बाद उनको हथुआ वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. पीएमसीएच के मेडिसिन विभाग में करीब 350 बेड की क्षमता है.
पिछले तीन दिनों से पटना लगातार हीट वेव की चपेट में है. सबसे भयंकर लू उत्तरी बिहार के मोतिहारी व खगड़िया और दक्षिण-पूर्वी बिहार का बांका झेल रहा है. यहां पारा अधिकतम सामान्य से साढ़े सात डिग्री सेल्सियस तक गया है. इसके अलावा उत्तरी बिहार के सुपौल, सबौर, भागलपुर, पूर्णिया, वैशाली व कटिहार जिलों के अलावा औरंगाबाद , शेखपुरा, नवादा और हरनौत भी शामिल हैं. पिछले लगभग एक सप्ताह के आंकड़ों पर नजर डालें तो शेखपुरा पांच बार सबसे अधिक गर्म जिला रहा. पटना दो बार, औरंगाबाद और डेहरी एक-एक बार सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया. हमेशा सबसे अधिक तापमान के लिए पहचान रखने वाला गया इस श्रेणी में भी शामिल नहीं है.
जलवायु परिवर्तन से तापमान और बरसात का ट्रेंड ही नहीं, बिहार में लू का ट्रेंड भी बदल गया है. प्रदेश में लू के नये हॉट स्पॉट्स बन गये हैं. लगातार दूसरे साल यह बदलाव हुआ है. 50 साल तक सर्वाधिक लू की गिरफ्त में रहने वाला गया इस बार अभी तक लू से बच गया है. इस बार दक्षिण-पूर्वी, मध्य और उत्तर बिहार लू के नये हॉट स्पॉट बन गये हैं. जानकारी के मुताबिक अप्रैल में अभी तक बिहार में सबसे बड़ा हॉट स्पॉट दक्षिण-पश्चिमी बिहार तक सीमित था. वर्ष 2022 में लू के हॉट स्पॉट दक्षिणी-पश्चिमी जिलों मसलन बक्सर और औरंगाबाद की ओर महसूस किया गया था.
मंगलवार को पटना सामान्य से 6 डिग्री ज्यादा गर्म रहा. यहां का तापमान 44.1 डिग्री दर्ज किया गया. जिले में लगातार चढ़ रहे तापमान को देखते हुए मौसम विभाग ने शहर में हीट स्ट्रोक का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के इस अलर्ट के बाद पटना के डीएम चंद्रशेखर ने जिले के सभी स्कूलों का टाइम बदल दिया है. अब पटना जिले में स्कूल सुबह 10.45 बजे तक ही चलेंगे.
बिहार के नासरीगंज में भीषण गर्मी के प्रकोप से लोग बेहाल हैं. ऊपर से आग उगलता आसमान और नीचे से तपती धरती से निकल रही उष्णता की वेव के बीच जीने को विवश हैं. इससे उनका जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. दिनचर्या बिल्कुल बेपटरी पर हो गयी है. मौसम के तल्ख तेवर ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. गर्मी दिनों-दिन अपना प्रचंड रूप दिखाने लगी है. शुरुआती गर्मी के दिनों में लगातार तापमान में हो रही वृद्धि से आमजन त्रस्त नजर आने लगे हैं. सुबह 10 बजे के बाद से लोग सड़कों पर चलने में परहेज करने लगे हैं. तेज धूप व गर्म हवा की वजह से दोपहर में सड़क पर लोग पहले की अपेक्षा कम ही चलते देखे जा रहे हैं. दोपहर के समय लू व उमस भरी गर्मी के चलते लोग घरों में दुबके रहने पर मजबूर हो रहे हैं. गर्मी व लू को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी विद्यालयों की पढ़ाई का समय सुबह 6:30 बजे 11:30 बजे तक कर दिया है.
भभुआ के जिला पदाधिकारी सावन कुमार ने जिलेवासियों से अपील किया है गर्म हवा व लू के जरुरी होने पर ही अपने घर से निकलें. जो काम हो वो सुबह में ही कर लिया करें. दोपहर में कहीं जाने से बचें. अगर, दोपहर में कहीं जा रहे हैं, तो अपने माथे पर तौलिया जरूर रखें. हर दम पानी पीते रहें. जिलेवासियों से अपील करते हुए डीएम ने कहा कि आपदा विभाग की एडवाइजरी का पालन करें. क्योंकि, गर्म हवा व लू लगने पर शरीर पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
मौसम विभाग की ओर से जारी ताजा आंकड़े के अनुसार पटना जिले का तापमान भी 44 डिग्री सेंटीग्रेड पार कर गया है. शेखपुरा के आसपास के जिलों का तापमान भी 43 डिग्री को पार कर गया है. मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले का यह तापमान पिछले 10 सालों की तुलना में 7.2 डिग्री सेंटीग्रेड ज्यादा बताया गया है. दिन भर चलने वाले पछुआ हवा और तेज धूप के कारण जिले का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. भीषण गर्मी के कारण जिले के कई क्षेत्रों का जलस्तर भी 10 से 15 फीट नीचे चला गया है. जिससे लोगों को पेयजल का संकट उत्पन्न हो गया है.
बिहार के शेखपुरा में बुधवार को तापमान 44.4 डिग्री सेंटीग्रेड रहा. शेखपुरा मंगलवार को भी राज्य का सबसे गर्म स्थान था. सोमवार को 43.4 डिग्री सेंटीग्रेड के साथ राज्य का सबसे गर्म स्थान रहने पर जिला प्रशासन शेखपुरा ने मंगलवार को जिले के कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यालयों में पठन-पाठन स्थगित कर दिया था. मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार लू को लेकर शेखपुरा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. सोमवार को येल्लो अलर्ट जारी किया गया था. तेज गर्मी और तेज पछुआ हवा के कारण लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है.
बिहार के भागलपुर में भीषण गर्मी और तेज धूप से लोग मंगलवार को भी परेशान रहे. जिले में तेज धूप से हीटवेव जैसे हालात बन गये. अधिकतम तापमान एक अंक बढ़कर 41.6 डिग्री हो गया. वहीं न्यूनतम तापमान दो अंक बढ़कर 20.2 डिग्री रहा. आसमान में हल्के बादल भी छाये रहे. 19 से 24 अप्रैल के बीच भागलपुर जिले में आसमान साफ रहने की संभावना है. इस दौरान पश्चिमी हवा चलने की संभावना है, हवा की औसत गति पांच से 10 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है.
बिहार के कटिहार जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में भीषण गर्मी और तपिश को देखते हुए सरकारी व निजी विद्यालयों के शैक्षणिक गतिविधियों के समय सारणी में बदलाव किया गया है. जिला पदाधिकारी सह जिला दंडाधिकारी ने रवि प्रकाश ने इस आशय से संबंधित एक आदेश मंगलवार को जारी किया है. डीएम की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि जिले में पड़ रहे अधिक तापमान और विशेष रूप से दोपहर के समय पड़ रहे भीषण गर्मी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है. इस स्थिति को देखते हुए वे दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत जिलों के सभी विद्यालयों (सरकारी व निजी) (प्री-स्कूल व आंगनबाड़ी केन्द्रों सहित) में पूर्वाह्न 11:30 बजे के बाद सभी कक्षाओं के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाते है. विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि वे इस आदेश अनुरूप शैक्षणिक गतिविधियों को तद्नुसार पुनर्निर्धारित करेंगे. यह अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा. डीएम यह आदेश बुधवार से प्रभावी होगा. साथ ही यह भी कहा गया है कि इस आदेश का उल्लंघन होने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
बिहार के जहानाबाद जिले के किंजर में लगातार कई दिनों से प्रचंड गर्मी पड़ने से मानव जीवन के साथ साथ पशु-पक्षी भी परेशान नजर आ रहे हैं. सुबह नौ बजे से ही तीखी धूप में निकलना मुश्किल हो जाता है, खासकर छोटे-छोटे नैनिहाल स्कूली बच्चे को दोपहर में विद्यालय से लौटते समय काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. भीषण गर्मी के कारण चारा चरने के लिए जो मवेशी खेतों में जाते हैं वह तेज धूप और पछुआ हवा के चलते खेतों से निकलकर बाग- बगीचे में जाकर बैठ जा रहे हैं.
बिहार के सारणा जिले के मढ़ौरा में बढ़ती गर्मी में मुख्य बाजार में आने वालें लोगों की परेशानियों को कम करने के लिए नगर पंचायत में नि:शुल्क पेयजल व्यवस्था शुरु की है. नगर पंचायत मुख्य बाजार के स्टेशन चौक, टैक्सी स्टैंड, गढ़देवी चौक और धेनुकी चौक पर पेयजल हेतु प्याऊ शुरू करा दिया गया है. मंगलवार को मुख्य पार्षद रूबी सिंह, उप मुख्य पार्षद धीरज कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी वीरेंद्र मोहन और जिप की पूर्व चेयरमैन मीणा अरूण ने प्याऊ का उद्घाटन किया. मुख्य पार्षद रूबी सिंह ने कहा कि गर्मी के कारण और लू वाली गर्म हवाओं के चलने से बाजार आने वाले लोगों को पीने के पानी की समस्या होने लगी थी. चार स्थानों पर प्याऊ को शुरू कराया है. इससे आम लोगों को राहत मिलेगी. इस अवसर पर पूर्व मुखिया अरुण सिंह, जेइ शशि रंजन सिंह, पार्षद वेद प्रकाश, रविरंजन यादव, सुमन नट, अभिमन्यू मेहरा सहित अन्य उपस्थित थे.
मौसम विभाग ने बेगूसराय, नालंदा, गया, अरवल, भोजपुर, रोहतास, बक्सर, खगड़िया, मुंगेर समेत कई अन्य जिलों में लू को लेकर ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है.
बिहार के पांच जिलों में अधिकतम तापमान 43 के पार हो गया है. ये शहर हैं शेखपुरा, पटना, गया, डेहरी, खगड़िया. शेखपुरा में पारा 43.4, खगड़िया में 43.2, पटना में 43.2, डेहरी में 43.2 और गया में 43 डिग्री सेल्सियस रहा.
पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने भीषण गर्मी को लेकर अलर्ट जारी किया है. यह अलर्ट अगले तीन दिनों को लेकर जारी किया गया है. बिहार के पटना, बांका, जमुई, नवादा, सुपौल सहित 11 जिलों के लिए ये अलर्ट जारी किया गया है. अलर्ट में कहा गया है कि जरुरी नहीं हो तो घर से बाहर नहीं निकलें. बाहर जाते हैं तो पानी और लिक्विड चीजों का सेवन लगातार करते रहे.
पटना में लगातार बढ़ते पारा को देखते हुए पटना जिला प्रशासन की ओर से सभी स्कूलों एवं परीक्षा केन्द्रों में पेयजल, ओआरएस की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. गर्म हवाएं और लू को लेकर विद्यालयों के संचालन का समय आवश्यकतानुसार पुनर्निर्धारित करने को कहा गया है.
बिहार के बांका जिला के हरनाटांड़ में मौसम का मिजाज हर दिन बदल रहा है. तापमान में बढ़ोतरी के कारण झुलसाने वाली गर्मी पड़ने लगी है. तेज गर्मी व लू के कारण लोगो की परेशानी बढ़ गयी है. दिन चढ़ने के साथ ही लू चलने लग रही है. ऐसे वातावरण में गर्मी और उमस का प्रभाव काफी बढ़ गया. घरों से बाहर निकले वाले लोग परेशान हो रहे है. दिन भर चिलचिलाती धूप के कारण लोग बेहाल है. वही मंगलवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम में बदलाव के साथ ही लोग बीमारियों की गिरफ्त में आने लगे हैं.