राजगीऱ पर्यटक शहर राजगीर में शनिवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. मेन बाजार, गिरियक रोड, गिरियक रोड चौराहा और कॉलेज रोड में नाला के ऊपर और नाला के बाहर सड़क पर किए गए अतिक्रमण को बलपूर्वक हटाया गया. जिन दुकानदारों के द्वारा दुकान के बाहर लगाये गये कर्कट को स्वेच्छा से नहीं हटाया गया, उन्हें नगर परिषद के जेसीबी मशीन से हटा दिया गया. गिरियक रोड़ में एक दुकान के आगे बनाए गए चूल्हे को जेसीबी से नष्ट करने के दौरान नाले पर बनाए गए स्लैब टूट कर बिखर गया. नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को देखने के लिए सैंकड़ों की भीड़ जमा हो गयी. अतिक्रमण हटाने से कहीं खुशी तो कहीं गम देखने को मिला. इसके साथ ही भेदभाव का लोगों ने प्रशासन पर आरोप भी लगाया. डॉ अजय कुमार ने कहा कि अतिक्रमण हटाने में प्रशासन द्वारा भेदभाव की नीति अपनाई जा रही है. किसी के करकट खुलवाए जा रहे हैं, तो किसी को छोड़ा जा रहा है. डॉ अजय कुमार ने कहा कि गिरियक रोड चौराहा पर सड़क पर ही जिओ कंपनी के द्वारा बीटीएस सह हाई मास्क लाइट लगाया गया है. बीटीएस तो काम कर रहा है लेकिन हाईमास्क लाइट वर्षों से बंद है. इस बीटीसी के कारण मलवाहक वाहन, यात्री वाहन, पर्यटक वाहन और स्कूली वाहन आदि को मुड़ने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा नगर परिषद के ईयो सुनील कुमार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया गया. बावजूद उनके द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया. इसी तरह वर्षों से बेकार पड़े टेलीफोन के खंभों को भी नगर परिषद द्वारा हटाया जा रहा है, जबकि उससे यातायात प्रभावित हो रही है. इस अतिक्रमण हटाओ अभियान में केवल फूटपाथी दुकानदारों और करकट के शेड को टारगेट किया गया है. अतिक्रमण हटाने में ईयो सुनील कुमार के अलावे दंडाधिकारी के रूप में सीओ अनुज कुमार और थानाध्यक्ष रमन कुमार खुद पुलिस बल के साथ तैनात रहे. इनके अलावे नगर परिषद के कई पदाधिकारी और कर्मी भी इस अभियान में सहयोग करते देखे गए.
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