बिहारशरीफ. शिक्षकों को समाज में अत्यंत सम्मानित स्थान प्राप्त है. बच्चे अपने शिक्षकों के आचार- व्यवहार से भी बहुत कुछ सीखते हैं. शिक्षकों को राष्ट्र निर्माता भी कहा जाता है. लेकिन जब शिक्षक ही शराब पीकर बच्चों की क्लास ले रहे हों तो उनसे राष्ट्र निर्माण की कल्पना भी करनी बेमानी होगी. गुरुवार को दीप नगर थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय गुलनी में प्रधानाध्यापक नागेंद्र कुमार तथा शिक्षक सुबोध कुमार को ग्रामीणों के द्वारा शराब के नशे में पढ़ाते हुए देखकर पुलिस के हवाले कर दिया गया था. नशे में धुत दोनों शिक्षकों का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. शिक्षा जगत में इस घटना की काफी आलोचना भी हुई. इससे शिक्षक समाज की काफी बदनामी भी हुई. शिक्षकों की इस करतूत पर शुक्रवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी राज कुमार के द्वारा कड़ा रुख अपनाते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक नागेंद्र प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है. जबकि सहायक शिक्षक सुबोध कुमार प्रखंड शिक्षक है. इसलिए इन पर कार्रवाई के लिए संबंधित प्रखंड नियोजन इकाई को लिखा गया है. जल्दी ही उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. गुरुवार को दोनों शिक्षकों को पुलिस के द्वारा शराबबंदी के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था. शुक्रवार को दीपनगर थाना पुलिस के द्वारा दोनों शिक्षकों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया है. हालांकि शराबबंदी के संशोधित नियमों के अनुसार पहली बार शराब सेवन के मामले में गिरफ्तार होने वाले दोनों शिक्षकों को जुर्माना देकर छुट जाने की उम्मीद है. शुक्रवार को भी जिले में दोनों शिक्षकों की इस करतूत की दिनों भर चर्चा गरम रही . क्या कहते हैं अधिकारी:- “राज्य में शराबबंदी के बावजूद शराब पीना अत्यंत निन्दनीय कार्य है. विशेष रूप से शिक्षकों के द्वारा शराब पीकर स्कूल जाना पूरी तरह से अमर्यादित कार्य है. इसके लिए दोनों शिक्षकों को निलंबित करने की कार्रवाई की गई है. ” -राजकुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, नालंदा
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