शेखपुरा. नगर परिषद शेखपुरा में कार्यरत लगभग डेढ़ सौ कर्मियों के ईपीएफ खाते में व्यापक अनियमित का मामला सामने आया है. इस मामले में नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी ने जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है. इस मामले को लेकर सफाई कर्मियों ने 6 सितंबर को ही एक लिखित आवेदन नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारियों को सौप था. मामले में सफाई कर्मियों ने विभिन्न मुद्दों पर भी कार्रवाई की मांग की थी. इस मौके पर सफाई कर्मियों में राजेश डोम, मिथुन मल्लिक, नीलम देवी, सुंदरी देवी, सविता देवी, पूनम देवी सहित अन्य कर्मियों ने हस्ताक्षर युक्त आवेदन में बताया कि यहां इपीएफ की राशि में बड़ी गड़बड़ी है. उन्होंने बताया कि पिछले 16 से 18 माह से लगातार इपीएफ खाते में राशि जमा ही नहीं किया जा रहा है. जबकि नियमित रूप से उनके वेतन की राशि में 12% की कटौती इपीएफ के नाम पर किया जा रहा है. इस बड़े मामले को लेकर सफाई कर्मियों ने पहले भी मुद्दा उठाया था. कर्मियों ने बताया कि नगर परिषद में लगभग डेढ़ सौ ऐसे कर्मी है जिनके ईपीएफ कटौती में इस प्रकार की गड़बड़ी है. उन्होंने बताया कि अनियमित के इस मामले में नगर परिषद में कार्यरत सफाई कर्मी के अलावे प्लंबर, बिजली मिस्त्री, पंप चालक, ऑपरेटर सहित अन्य कर्मी के इपीएफ जमा नहीं होने से बड़े राशि की गड़बड़ी की आशंका है. कर्मियों ने यह भी बताया कि प्रत्येक माह प्रत्येक कर्मियों के वेतन से इपीएफ मद के लिए न्यूनतम 1340 रुपये जबकि अधिकतम 1740 रुपए प्रतिमा राशि की कटौती हो रही है. इस बड़े गड़बड़ी को लेकर नगर परिषद के कर्मियों के द्वारा मुद्दा उठाते ही कोहराम मच गया है. सफाई कर्मियों ने इपीएफ के इस मामले में गड़बड़ी को लेकर जांच एवं कार्रवाई नहीं करने पर न्यायालय जाने की भी चेतावनी दी है. इसके साथ ही सफाई कर्मियों ने समान काम समान वेतन वृद्धि, सेफ्टी किट को नियमित रूप से उपलब्ध कराने, ड्रेस कोड, दो सेट वर्दी एवं दो सेट वर्दी, कर्मियों का स्थाईकरण सहित अन्य मांगों को लेकर भी लिखित आवेदन सौंपा है. इस मामले को लेकर कार्यपालक अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि इपीएफ की राशि में गड़बड़ी को लेकर मामला सामने आया है. इस मामले में सत्यता की जांच की जा रही है. ईपीएफ में कटौती के बाद राशि नहीं जमा होने की स्थिति का लेखा जोखा लेखपाल से मांग किया गया है. बहरहाल नगर परिषद में डेढ़ सौ कर्मियों के लिए राशि के बड़े गड़बड़ी को लेकर पार्षद एवं कर्मियों में खासी नाराजगी देखी जा रही है.
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