शेखपुरा. मध्यप्रदेश के सिंगरौली थाना क्षेत्र के खनाना गांव निवासी 25 बर्षीय युवक कृष्णा प्रसाद राउत भटकते हुए अरियरी प्रखंड के देवपुरी गांव जा पहुंचा. परेशान युवक से जब लोगों ने जानकारी ली तो वह अपना घर मध्यप्रदेश बताया और पिता का नाम शंभू प्रसाद राउत बताया. युवक ने बताया कि उसे 20 हजार रुपए की जरूरत थी. उसके गांव में ही यूपी का एक ठेकेदार स्लेंसर 20 हजार रुपया प्रतिमाह देने की बात कहते हुए उसे उड़ीसा एयरपोर्ट पर काम हेतु ले आया. दो महीना काम करने के बाद उसे पैसा नहीं दिया गया. जब वह पैसे की मांग की तो उसके साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया. इससे परेशान होकर वह जान बचाकर भूखे प्यासे भाग निकला और ट्रेन पकड़ कर वह बिहार के किउल जंक्शन पर उतर गया. पास में पैसे नहीं होने के कारण वह तीन दिनों तक पैदल भटकते हुए सात नवंबर को देवपुरी गांव किसी तरह पहुंचा. जहां ग्रामीणों युवकों से पूछताछ के क्रम में सारी बातें बताई. इसके साथ ही अपने परिवार का मोबाइल नंबर बताया. देवपुरी के प्रमेन्द्र कुमार,प्रदीप कुमार,गोविन्द राउत, राधेश्याम राउत, उपसरपंच रामदास,जितेन्द्र ,चन्दर रविदास आदि ने उनके परिवार वालों से उसके सबंध में सारी जानकारी ली. परिवार वालों ने उसे पास रखने और गांव पहुंचकर उसे साथ ले आने की बात कही. ग्रामीणों ने उसके खाने पीने से लेकर, सोने रहने की व्यवस्था की. नौ नवंबर को भटके युवक का भाई और उसका बहनोई सिंगरौली से पहुंचा. जिसे उसके सुपुर्द कर दिया गया. भटके युवक के परिवार वालों को मिलने पर उन्होंने ग्रामीण युवाओं के कार्यों की सराहना की और इसे बड़ा उपकार बताया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है