बिहारशरीफ. हरनौत के रेल कारखाना का शुक्रवार को ईसीआर के प्रधान मुख्य यांत्रिक अभियंता सुरेश कुमार पासवान ने निरीक्षण किया. इससे पूर्व वे पांच अप्रैल को आए थे हरेका में करीब साढ़े 10 बजे पहुंचे जहां वे एलएचबी व्हील शॉप, एलएचबी बोगी शॉप, आउट गोइंग शॉप, हैवी रिपेयर शॉप, एयर ब्रेक शॉप आदि क बारिकी से निरीक्षण कर अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों को दिशा निर्देश दिया. इसके बाद वे हरेका के प्रशासनिक भवन के सम्मेलन कक्ष में पीपीटी(पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन) के माध्यम से कारखाना के कार्य में प्रगति एवं आवश्यकताओं के बारे में विस्तार से चर्चा हुआ. उपरांत इसीआरकेयू का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिला. जिसमें शाखा अध्यक्ष महेश महतो, मनोज मिश्रा, बच्चा लाल प्रसाद, राकेश रंजन, विपिन, रंजीत व अशोक शामिल थे. उक्त लोगों ने प्रधान मुख्य यांत्रिक अभियंता( पीसीएमई) से मिलकर कारखाने के विकास एवं कर्मचारी हित के विभिन्न मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपकर उस पर विस्तार से चर्चा किया. चर्चा के दौरान इंसेंटिव के मुद्दे पर उन्होंने बताया कि सन 2007 के बाद से बने हुए किसी भी कारखाने में अभी इंसेंटिव का प्रावधान नहीं किया गया है. इस पर रेलवे बोर्ड को निर्णय लेना है. कर्मचारियों के इस मांग से रेलवे बोर्ड को अवगत करा दिया गया है. इंसेंटिव का मुदा इसीआरकेयू द्वारा मुख्यालय पीएनएम में भी बहुत ही जोर शोर से उठाया गया था. यूनियन ने हरेका में तत्काल में स्टाफ स्ट्रैंथ बढ़ाने के लिए दो फार्मूला सुझाया. पहला कि यहां किसी भी पद को सरेंडर नहीं किया जाए तथा दूसरा की अन्य डिवीजन में जो तकनीकी पद रिक्त है और उन्हें सरेंडर किया जाना है, उन्हें हरेका में स्थानांतरित कर दिया जाए. इस मुद्दे पर उन्होंने आश्वासन दिया कि हरेका का कोई पद सरेंडर नहीं किया जाएगा तथा दूसरे जगह के पदों को यहां स्थानांतरित करने का प्रयास किया जाएगा. हरेका के सिविल वर्क हेतु अलग से फंड का व्यवस्था करने हेतु उन्होंने संबंधित विभाग से पत्र व्यवहार करने का आश्वासन दिया. गया मेमू शेड में विकल्प के आधार पर हरनौत के कर्मचारीयों का स्थानांतरण के मुद्दे पर उन्होंने बताया कि गया मेमू शेड के कैडर क्लोज करने का उन्होंने स्वीकृति प्रदान कर दिया है. अतः अब विकल्प पर चर्चा नहीं किया जा सकता है. इस कारखाना में आवास के लंबी प्रतीक्षा सूची को देखते हुए उन्होंने शीघ्र ही 50 रेलवे क्वार्टर बनाने की प्रक्रिया को आरंभ करने का आश्वासन दिया है. इसके अतिरिक्त आज हाजीपुर से प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक भी हरनौत के स्वास्थ्य इकाई का निइस कारखाना में आवास के लंबी प्रतीक्षा सूची को देखते हुए उन्होंने शीघ्र ही 50 रेलवे क्वार्टर बनाने की प्रक्रिया को आरंभ करने का आश्वासन दिया. इसके साथ ही हाजीपुर से प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक भी स्वास्थ्य इकाई का निरीक्षण किया. वे यहां के आवश्यकताओं को गंभीरता से देखा तथा कारखाना के स्वास्थ्य इकाई के विकास हेतु आवश्यक पहल करने का आश्वासन दिया. यूनियन प्रतिनिधियों ने पीसीएमई को उनके पिछले दौरे के दौरान बताए गए मुद्दों में राजगीर पटना तथा मोकामा साइड के कर्मचारियों को कारखाना समय के अनुसार रेल सेवा उपलब्ध कराने की मांग का काफी हद तक समाधान करने में उनके योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है