शेखपुरा.
अरियरी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में जबरन घर में घुसकर 15 वर्षीय नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया. इस घटना के बाद पहले तो आरोपित एवं उसके परिजनों ने पीड़ित परिवार को इतना डरा धमका दिया कि वह घर छोड़कर इधर-उधर समय काटने को विवश रहे. इसके बाद जब उन्होंने आरोपित के विरुद्ध लड़ने की ठानी और इस मामले में न्याय के लिए थाने पहुंची तो उन्हें कई दिनों तक थाने का चक्कर लगाने को विवश होना पड़ा. हद तो यह हो गयी कि केस दर्ज करने के लिए महिला थाना और अरियरी थाना के बीच उन्हें घूमते रहना पड़ा. बहरहाल जब उन्होंने एसपी से न्याय की गुहार लगायी तब जाकर महिला थाने में पीड़िता द्वारा प्राथमिक की दर्ज करायी जा सकी. इस मामले को लेकर 15 वर्षीय नाबालिग की मां ने बताया कि करीब 20 दिन पूर्व की इस घटना में आरोपित व टांडा पर गांव निवासी 30 बर्षीय ऋतुराज ने घटना को अंजाम दिया. उनके पति दूसरे प्रदेश में रहकर मजदूरी करते हैं. इस घटना के बाद उन्हें इतना डरा धमका दिया गया कि वह अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर घर छोड़ने को भी विवश हो गये. इसके बाद जब उन्होंने आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई की ठानी तो फिर अरियरी थाना और महिला थाना के बीच कई दिनों तक चक्कर लगाने को विवश रही. पीड़ित परिजनों ने बताया कि जब वह अरियरी थाने पहुंचे तो प्राथमिकी दर्ज को लेकर महिला थाने जाने को कहा गया और जब वह महिला थाने पहुंची तो उसे अरियरी थाने जाने को कहा गया. इसके बाद जब वह एसपी के पास पहुंची तब फिर इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लिया गया और महिला थाने में प्राथमिक की दर्ज करायी गयी. इस मामले में पीड़िता ने आरोपित के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की मांग पुलिस अधिकारियों से की. वहीं महिला थानाध्यक्ष अनामिका कुमारी ने बताया कि इस मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गयी है और पूरे मामले की छानबीन की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है