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जिले के सरकारी विद्यालयों का अब नियमित होगा निरीक्षण

जिले के सरकारी विद्यालयों का अब नियमित और लगातार निरीक्षण किया जाएगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी नालंदा राज कुमार के द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण के लिए निरीक्षी अधिकारियों की बड़ी टीम तैयार की गई है.

बिहारशरीफ. जिले के सरकारी विद्यालयों का अब नियमित और लगातार निरीक्षण किया जाएगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी नालंदा राज कुमार के द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण के लिए निरीक्षी अधिकारियों की बड़ी टीम तैयार की गई है. अधिकारियों की टीम में विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सहित अकाउंटेंट, सहायक अकाउंटेंट, बीपीएम, डाटा एंट्री ऑपरेटर, बीआरपी, एमडीएम के बीआरपी तथा लिपिक आदि को शामिल किया गया है. सभी निरीक्षी अधिकारियों को नियमित रूप से आवंटित विद्यालयों का निरीक्षण करने का सख्त निर्देश दिया गया है. निरीक्षी अधिकारी अपने अपने आबंटित विद्यालयों में विद्यालय खुलने के पूर्व उपस्थित होकर विद्यालयों की गहन जांच करेंगे. जिले के लगभग 2445 स्कूलों की जांच के लिए निरीक्षी अधिकारियो की तैनाती की गई है. प्रतिनियुक्ति निरीक्षण पदाधिकारी व कर्मियों को जिला शिक्षा कार्यालय के द्वारा तीन पृष्ठ का फॉर्मेट भी सौंपा गया है. निरीक्षी अधिकारी विद्यालय पहुंचने के बाद फॉर्मेट में दिए गए सभी बिंदुओं पर जांच करेंगे. विद्यालयों की जांच से संबंधित रिपोर्ट भी नियमित रूप से मुख्यालय को भेजी जाएगी. इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर विभिन्न विद्यालयों में मौजूद कमियों तथा खामियों को विभाग के द्वारा दूर करने का प्रयास किया जाएगा. इससे सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की सरकारी संकल्प को पूरा किया जा सकेगा.

सरकारी विद्यालयों की जांच के बिंदु:-

निरीक्षी अधिकारियों तथा कर्मियों के द्वारा आवंटित विद्यालयों की जांच के दौरान तीन पृष्ठ का फॉर्मेट भरा जाएगा. इस फॉर्मेट में विद्यालय की आधारभूत संरचना, छात्र- शिक्षक के अनुरूप विद्यालय में वर्ग कक्ष की संख्या, विद्यालय भवन का रंग रोगन, किचन शेड, गैस चूल्हा तथा थाली की उपलब्धता, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय आदि के साथ-साथ विद्यालय तथा शौचालय की स्वच्छता, पेयजल की सुविधा, विद्यालय में मौजूद उपस्कर, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, आईसीटी लैब आदि का नियमित उपयोग, विद्यालय में बिजली की उपलब्धता, कमरों में पंखे, ट्यूबलाइट तथा बल्ब की उपलब्धता, विद्यालय में खेल का मैदान, खेल सामग्री की उपलब्धता आदि की भी जांच की जाएगी. इसी प्रकार विद्यालय में समय सारणी के अनुसार पढ़ाई, एफएलएन किट की उपलब्धता? कक्षावार विद्यार्थियों का नामांकन, निरीक्षण के समय उपस्थिति, विद्यार्थी के यूनिफॉर्म आदि की भी जांच की जाएगी. इसी प्रकार विद्यालय में संचालित मध्यान भोजन योजना, छात्र-छात्राओं के आधार कार्ड बनाए जाने की स्थिति, बच्चों को होमवर्क दिए जाने तथा विभिन्न परीक्षाओं के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन आदि की जांच होगी. विद्यालय में नियुक्त शारीरिक शिक्षक, संगीत शिक्षक, नृत्य शिक्षक तथा ललित कला विषय के शिक्षकों की गतिविधियों की भी जांच की जाएगी. हर तीन माह पर निरीक्षी अधिकारियों के आवंटित विद्यालयों में बदलाव किया जाएगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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