बिहार में कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस ने डॉक्टरों की टेंशन बढ़ा दी है. राज्य के दो बड़े अस्पतालों में ब्लैक फंगस के लक्षण देखा गया है, जिसके बाद हेल्थ विभाग की टीम भी हरकत में आ गई है. राजधानी पटना में लगातरशार दूसरे दिन ब्लैक फंगस लक्षण वाले मरीज देखे गए हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पटना के अस्पतालों में लगातार दूसरे दिन ब्लैक फंगस लक्षण वाले मरीज देखे गए हैं. इनमें पटना एम्स और आईजीआईएमएस के मरीज शामिल हैं. ब्लैक फंगस के लक्षण वाले मरीज सामने आने के बाद हेल्थ विभाग की चुनौती और अधिक बढ़ गई है.
Black Fungus के बारे में – ब्लैक फंगस या म्यूकर माइकोसिस एक ऐसी बीमारी है जो संक्रमित मरीजों के हड्डियां तक को गला दे रही है. यह वायरस सबसे अधिक कोरोना से संक्रमित डायबिटीज रोगियों पर असर करती है. यह जिस अंग में हो रही है उसके आसपास के इलाकों में मौजूद कोशिकाओं को भी गला दे रही है. सबसे बड़ी बात कि इसके मरीजों में अंधापन के लक्षण भी सामने आ रहे हैं. सबसे पहले महाराष्ट्र में इसके लक्षण वाले मरीज देखे गए.
वहीं ब्लैक फंगस पर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने कहा कि कोविड और म्यूकोरमाइकोसिस में कोई संबंध नहीं है. यह बीमारी सभी कोविड मरीजों में देखने के लिए नहीं मिलती है. उन्होंने कहा कि जिन्हे तेज मधुमेह की शिकायत है वैसे कुछ लोगों में ब्लैक फंगस इंफेक्शन देखने को मिला है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra