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बिहार में 860 परीक्षा केंद्रों पर होगी 1.70 लाख शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा, इन बातों का रखें ध्यान

बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित होने वाली है. प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 10 से 12 बजे व द्वितीय पाली की परीक्षा 3.30 से 5.30 बजे तक आयोजित होगी. इसको लेकर राज्य भर में 860 केंद्रों पर तैयारी कर ली गई है. परीक्षार्थी एग्जाम सेंटर पर जाने से पहले इन बातों का जरूर ध्यान रखें.

बिहार में 1.70 लाख शिक्षकों की तीन दिवसीय नियुक्ति परीक्षा गुरुवार से शुरू होगी. पटना के 38 परीक्षा केंद्र समेत प्रदेश के सभी 38 जिला मुख्यालयों में आयोजित इस परीक्षा के कुल 860 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. इन पर गुरुवार को प्राथमिक शिक्षकों (कक्षा एक से पांच) की 79943 रिक्तियों के लिए 7.48 लाख आवेदक परीक्षा में शामिल होंगे.

बिहार के बाहर से 38.56 फीसदी आवेदक

शनिवार तक चलने वाली इस तीन दिवसीय नियुक्ति परीक्षा में कुल 8.10 लाख आवेदक शामिल होंगे, जिनमें माध्यमिक शिक्षकों (कक्षा नौवीं और 10वीं) की 34916 रिक्तियों के लिए 65500 आवेदक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों (कक्षा 11वी और 12वी) की 57602 रिक्तियों के लिए 39680 आवेदक शामिल हैं. प्राथमिक शिक्षक पद पर नियुक्ति के लिए रिक्तियों के 9.36 गुना और माध्यमिक शिक्षक के लिए 1.87 गुना जबकि उच्च माध्यमिक शिक्षक पद के लिए रिक्तियों का महज 68 फीसदी आवेदकों ने ही आवेदन किया है. आवेदकों में 312560 बिहार से बाहर के हैं जो कि कुल आवेदकों का 38.56 फीसदी हैं.

प्रश्नपत्र पर निर्देश होने के बावजूद नहीं लागू होगा निगेटिव मार्किंग

परीक्षा में निगेटिव मार्किंग समाप्त कर दी गयी है. बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा है कि पहले हम लोगों ने निगेटिव मार्किंग लागू करने का निर्णय लिया था और अब तक प्रश्नपत्र प्रिंट हो चुके हैं. लिहाजा उन पर निगेटिव मार्किंग है यह निर्देश छपा हुआ होगा. इसके बावजूद यह लागू नहीं होगा. गुरुवार को प्राथमिक शिक्षक के लिए विषय पत्र की परीक्षा होगी, जबकि शुक्रवार को अनिवार्य भाषा पत्र की परीक्षा है. उसमें प्राथमिक के साथ साथ माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक अभ्यर्थी भी शामिल होंगे. परीक्षा तीनों दिन दो पालियों में आयोजित होगी. गुरुवार और शुक्रवार को पुरुष अभ्यर्थी पहली सिटिंग में और महिला अभ्यर्थी दूसरी सिटिंग में परीक्षा में शामिल होंगे. शनिवार को पहली पाली में माध्यमिक शिक्षकों के लिए जबकि दूसरी पाली में उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सामान्य अध्ययन एवं विषय पत्र की परीक्षा होगी.

2:30 घंटे पहले शुरू और एक घंटा पहले बंद हो जायेगा परीक्षा केंद्र में प्रवेश

परीक्षा शुरू होने से 2:30 घंटा पहले परीक्षा केंद्र के भीतर परीक्षार्थियों का प्रवेश शुरू हो जायेगा और एक घंटा पहले पूरी तरह बंद हो जायेगा. सुबह 10 बजे से 12 बजे तक होने वाली पहली पाली की परीक्षा में सुबह 7:30 बजे से परीक्षार्थियों का परीक्षा केंद्र के भीतर प्रवेश शुरू हो जायेगा और सुबह नौ बजे यह पूरी तरह बंद हो जायेगा. दोपहर 3:30 से शाम 5:30 बजे तक होने वाली दूसरी पाली की परीक्षा में दोपहर एक बजे परीक्षार्थियों का परीक्षा केंद्र में प्रवेश शुरू होगा और दोपहर 2:30 बजे पूरी तरह बंद हो जायेगा. परीक्षार्थियों का परीक्षा केंद्र के भीतर से आना-जाना बंद होने के बाद प्रश्नपत्र का सील बॉक्स परीक्षा केंद्र में भेजा जायेगा. इसका सील बॉक्स परीक्षा कक्ष में ही खुलेगा. वहां से सीलबंद लिफाफे अलग-अलग परीक्षा कक्ष में पहुंचाये जायेंगे, जहां परीक्षार्थियों के सामने ही उसे खोला जायेगा.

आयोग में बनाया गया कमांड सेंटर

परीक्षा केंद्र के मुख्य गेट के साथ सभी कक्षों में भी सीसीटीवी लगाया गया है. यह सर्वर के माध्यम से जिला कमांड एंड कंट्रोल रूम से जुड़ा है, जहां बैठकर परीक्षा केंद्र के भीतर की गतिविधियों को मॉनिटर किया जायेगा. बीपीएससी में भी एक अत्याधुनिक कमांड और कंट्रोल सेंटर बनाया गया है, जहां कई अधिकारी और ऑपरेटर एक साथ पटना के 38 परीक्षा केद्रों के साथ-साथ प्रदेश के अन्य परीक्षा केंद्रों की स्थिति भी देख सकेंगे. मीडिया कर्मी भी परीक्षा के दौरान वहां परीक्षा केंद्र के भीतर की गतिविधियों को देख सकेंगे.

अपने सामने सीलबंद करवाएं ओएमआर शीट

परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों की ओएमआर शीट सीलबंद भी की जायेगी. सील के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकें, इसलिए प्लास्टिक के बक्से को ताले से सील करने के बाद उसके ऊपर आयोग द्वारा उपलब्ध करवाये गये एक विशेष जैकेटनुमा लिफाफा भी लगा कर सील किया जायेगा. इसे बिना फाड़े ताले को खोलना संभव नहीं होगा. बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा है कि यदि किसी परीक्षार्थी की ओएमआर शीट नहीं मिलेगी, तो माना जायेगा कि उसने खुद ही इसे वीक्षक को नहीं दिया और छिपा कर लेकर चले गये. इसे कदाचार का एक रूप माना जायेगा और इसके लिए परीक्षार्थी पर कार्रवाई होगी.

फेसिअल रिकॉग्निशन के साथ बायोमेट्रिक भी जरूरी

फेसिअल रिकॉग्निशन के साथ परीक्षार्थियों के अंगूठे की छाप और आइरिस स्कैन को भी बायोमेट्रिक के रूप में लिया जायेगा. साथ ही एडमिट कार्ड के क्यूआर कोड को भी स्कैन किया जायेगा.

हर पाली में ले जानी होगी प्रवेशपत्र की एक अतिरिक्त प्रति

अभ्यर्थियों को हर दिन हर पाली में प्रवेशपत्र की एक अतिरिक्त प्रति अपने साथ परीक्षा केंद्र में ले जाना होगा और वीक्षक के समक्ष हस्ताक्षर कर उन्हें सौंपना होगा.

परीक्षार्थी इन बातों का रखें ध्यान

  • ओएमआर शीट में निर्दिष्ट स्थान पर अभ्यर्थी अपने प्रवेशपत्र में अंकित छह अंकों वाले रॉल नंबर को लिखेंगे और वहां किसी भी स्थिति में अपना रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं लिखेंगे.

  • नियत स्थान पर ही अपना नाम, अनुक्रमांक और प्रश्न पुस्तिका सीरीज लिखेंगे. रॉल नंबर और बुकलेट सीरीज अंकन में गोलों को ठीक से नहीं रंगने पर ओएमआर शीट रद्द कर दी जायेगी.

  • अभ्यर्थी अपनी ओएमआर शीट पर किसी प्रकार का पहचान चिह्न अंकित नहीं करेंगे.

  • प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए केवल एक ही विकल्प को रंगेंगे, क्याेंकि एक से अधिक विकल्प को रंगने पर उत्तर रद्द कर दिया जायेगा.

  • परीक्षा में काले या नीले बॉल प्वाइंट पेन के अतिरिक्त और कुछ नहीं लायेंगे व्हाइटनर, ब्लेड, इरेजर का प्रयोग वर्जित है.

  • मोबाइल, कैलकुलेटर समेत किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण परीक्षा केंद्र के भीतर ले जाने की मनाही है.

  • उपस्थिति पत्रक में अभ्यर्थी सभी वांछित प्रविष्टि करते हुए अपने हस्ताक्षर करेंगे.

  • अभ्यर्थी आधार कार्ड लायेंगे. आधार कार्ड नहीं होने की स्थिति में पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट जैसे अन्य फोटो युक्त पहचान पत्र को अपने साथ लाएं.

परीक्षा केंद्रों के आसपास साइबर कैफे व फोटो स्टेट की दुकानें रहेंगी बंद

बीपीएस की शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर पटना शहर में परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू रहेगी. परीक्षा केंद्रों के आसपास परीक्षा अवधि तक साइबर कैफे व फोटो स्टेट की दुकानें बंद रहेंगी. परीक्षा केंद्रों पर मजिस्ट्रेट व पुलिस बल तैनात रहेंगे. पटना शहर में 38 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं, जहां लगभग 27 हजार परीक्षार्थी हैं. परीक्षा केंद्रों के लिए 70 मजिस्ट्रेट व 400 पुलिस बल प्रतिनियुक्त किये गये हैं. जोनल मजिस्ट्रेट परीक्षा केंद्रों पर जाकर जांच करेंगे.

परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी से निगरानी होगी

जिला नियंत्रण कक्ष से परीक्षा पर नजर रखी जायेगी. परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी से निगरानी होगी. इसके अलावा तीन डीएसपी, 15 रेगुलेशन टीम, सेक्टर प्रभारी व उनकी टीम को जाम पर नजर रखने और यातायात को सुचारु गति से चलाने के लिए तैनात किया जायेगा. खास कर वैसे क्षेत्र जहां जाम लगने की आशंका अधिक रहती है, मसलन कारगिल चौक, अशोक राजपथ, स्टेशन गोलंबर, राजेंद्र नगर टर्मिनल, कदमकुआं आदि जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती रहेगी.

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